Haryana News: आम आदमी पार्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा ने कहा, पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद से शिक्षा व्यवस्था को लेकर 338% शिक्षा का बजट बढ़ा दिया गया है, जबकि हरियाण में मनोहर सरकार ने 12% शिक्षा बजट बढ़ाया है. इससे पता चलता है कि हरियाणा सरकार गरीब बच्चों को शिक्षा से वंचित रखना चाहती है.
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Haryana News: आम आदमी पार्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा ने गुरुवार को जोनल पार्टी कार्यालय में प्रेसकॉन्फ्रेंस की. इस दौरान कई समाजसेवी और भाजपा सदस्य अपने समर्थकों के साथ अन्य पार्टियों को छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी 15 दिसंबर से पूरे प्रदेश में बदलाव यात्रा शुरु करने जा रही है. लोग अभी तक की पार्टियों के शासन से परेशान होकर मूलभूत बदलाव चाहते हैं. लोग सिर्फ सत्ता परिवर्तन नहीं, व्यवस्था परिवर्तन चाहते हैं. कांग्रेस की तीन राज्यों में हार के बाद लोग जान चुके हैं कि कांग्रेस हरियाणा में भी भाजपा का मुकाबला नहीं कर सकती. इसलिए लोग हरियाणा में ऐसे विकल्प की तलाश में हैं जो भाजपा को पटकनी दे सके और लोगों के मन की सरकार बना सके.
अन्य दलों के नेता हुए 'आप' में शामिल
इस दौरान रोहतक से हिंदू जागरण मंच के 4 जिलों के पूर्व प्रभारी डॉ. मनुदेव दहिया भाजपा छोड़कर, रिटायर्ड बिजली बोर्ड (ऑपरेशन हेड) समाज सेवी व बिजनेसमैन सरदार चरणजीत सिंह, रामचन्द्र ठेकेदार (पूर्वांचली), राधेश्याम (पूर्वांचली) भाजपा छोड़कर, सफीदों विधानसभा से सामाजिक कार्यकर्ता अमित राव, कलानौर विधानसभा से जितेंद्र उर्फ राजाराम भाजपा छोड़कर अपने समर्थकों के साथ आम आदमी पार्टी में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की इस बदलाव यात्रा में पूरे हरियाणा से बड़ी तादात में युवा भी जुड़ने जा रहे हैं और कांग्रेस से भरोसा टूटने के बाद कांग्रेस के जुझारु और संघर्षशील साथी भी इस बदलाव यात्रा की ओर रुख करेंगे. उन्होंने कहा कि मेरा खुद का रुट महेंद्रगढ़ से शुरू होकर झज्जर, बेरी, रोहतक, कलोई से होकर कलायत कैथल और असंध की तरफ निकल जाएगा. इस दौरान युवाओं से जुड़ने व उनके मुद्दों को उठाने और सरकार को क्यों बदलना है किन मुद्दों पर प्रदेश की जनता सरकार चाहती है उनको उठाने का काम किया जाएगा.
हरियाणा में पड़े हैं 40 हजार शिक्षकों के खाली पद
उन्होंने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद से शिक्षा व्यवस्था को लेकर 338% शिक्षा का बजट बढ़ा दिया गया है, जबकि हरियाण में मनोहर सरकार ने 12% शिक्षा बजट बढ़ाया है. इससे पता चलता है कि हरियाणा सरकार गरीब बच्चों को शिक्षा से वंचित रखना चाहती है. सरकार शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद करना चाहती है. सरकारी स्कूलों में लगभग 40 हजार शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं. ये सारी बातें बताती हैं कि शिक्षा भाजपा की प्राथमिकता में नहीं है. वहीं, दूसरी तरफ पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने बताया कि हम शिक्षा को महत्व देते हैं. यही बदलाव हम हरियाणा में भी देखना चाहते हैं.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि भाजपा ने जो भी वादे किए उन सभी वादों की कसौटी पर भाजपा खरी नहीं उतर रही है. भाजपा कहती थी कि देश पहले से ज्यादा सुरक्षित हो गया, लेकिन पूरी दुनिया ने देखा कि कैसे संसद की सुरक्षा में चूक हुई. इस समय पूरे देश में सुरक्षा को लेकर चिंता का माहौल है. हरियाणा में भाजपा चिराग योजना लेकर आई, लेकिन वो चिराग गरीब बच्चों के घरों में कभी नहीं जला. तीर्थ यात्रा योजना की घोषणा की वो भी लागू नहीं कर पाए. हरियाणा में इनकी सभी योजना फेल हो गई. इसके अलावा हरियाणा में जहरीली शराब से मौत के मामले भी देखने को मिले. साथ ही हाईकोर्ट ने खुद शिक्षा विभाग पर 5 लाख रुपए का जुर्माना लगाया, कोई सुविधा हरियाणा के स्कूलों में नहीं दे पाए. हरियाणा में भी भाजपा अपने वादे निभाने में नाकाम रही. वहीं, दूसरी तरफ 40 पेपर लीक हो गए, बहुत सारे रिजल्ट अटके पड़े हैं. भाजपा सरकार युवाओं को रोजगार देने में भी पूरी तरह से नाकाम रही है.
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आप को भाजपा को हराने का है अनुभव
उन्होंने कहा कि सीएम खट्टर राजस्थान में 450 रुपए का सिलेंडर देने का वादा करके आए थे. अब राजस्थान की जनता ने उनको चुनाव जीता दिया है. मैं सीएम से अपील करता हूं कि अब राजस्थान के साथ हरियाणा के गरीबों को भी 450 रुपए में गैस सिलेंडर देना शुरू करें और मैं उम्मीद करता हूं कि हरियाणा में भी किसानों की का गेहूं 2700 रुपए में खरीदा जाएगा. उन्होंने इंडिया गठबंधन के सवाल के जवाब में कहा कि तीन राज्यों में हार के बाद कांग्रेस को सोचना चाहिए. अगर उनके पास रणनीति, नेतृत्व और क्षमता नहीं है तो जो बाकी सहयोगी दल हैं, जिन्होंने अलग-अलग जगहों पर भाजपा को टक्कर और मात दी है. उनको आगे लेकर और रणनीति बनाकर इंडिया गठबंधन को कामयाब किया जा सकता है. अगर कांग्रेस अहंकार छोड़कर सभी दलों को साथ लेकर आगे बढ़ती है तो 2024 में भाजपा की हार निश्चित है. उन्होंने कहा कि भाजपा केवल जाति और धर्म के नाम पर राजनीति करती है. आम आदमी पार्टी के पास अनुभव है कि भाजपा को कैसे मात देनी है. इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए है और विधानसभा की 90 की 90 सीटों पर आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ने के पूरी तरह से तैयार है.