Haryana News: 'वादाखिलाफी' का आरोप और लामबंदी, एक बार फिर कलर्कों का विरोध-प्रदर्शन
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Haryana News: 'वादाखिलाफी' का आरोप और लामबंदी, एक बार फिर कलर्कों का विरोध-प्रदर्शन

Haryana Clerk Strike News: सरकार के खिलाफ एक बार फिर से लिपिकों ने मोर्चाबंदी शुरू कर दी है. उनका कहना है कि सरकार ने उनसे जो वादा किया उसे पूरा नहीं किया गया. इसी को लेकर रविवार के दिन कुरुक्षेत्र में लिपिकों ने प्रदर्शन किया और सीएम आवास की घेराव के लिए रवाना हुए. इससे पहले 2023 में भी लिपिकों ने प्रदर्शन किया था.

Haryana News: 'वादाखिलाफी' का आरोप और लामबंदी, एक बार फिर कलर्कों का विरोध-प्रदर्शन

Haryana News: हरियाणा में एक बार फिर लिपिक कर्मचारी लामबंद होना शुरू हो गए हैं. रविवार को कुरूक्षेत्र में लिपिक कर्मीयों ने इकट्ठा होकर प्रदर्शन किया और सीएम के खिलाफ रोष व्यक्त किया. साथ ही वो सीएम आवास के घेराव के लिए रवाना हुए.

एक बार फिर लामबंद होना शुरू हुए लिपिक
एक बार फिर से सरकार के खिलाफ लिपिक कर्मचारी आज सड़कों पर उतर गए हैं और सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन कर रहे हैं. क्लेरियकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसाइटी के बैनर तले जिले के लिपिक कर्मचारी आज लघु सचिवालय कुरुक्षेत्र पर इकट्ठे हुए और करनाल स्थित सीएम आवास का घेराव करने के लिए रवाना हुए. क्लेरियकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसाइटी की जिला प्रधान मंजू रानी ने जानकारी देते हुए बताया कि उनका पहले भी धरना चला था, लेकिन सरकार ने उनको आश्वासन दिया था, जिसके बाद उन्होंने अपना धरना समाप्त किया था. लेकिन अभी तक भी उनकी मांगे पूरी नहीं की गई हैं. जिसके रोष स्वरूप आज करनाल में पूरे प्रदेश के लिपिक कर्मचारी इकट्ठा होंगे और अपना रोष व्यक्त करते हुए प्रदर्शन करेंगे और सीएम आवास का घेराव करेंगे.

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पिछली साल भी लिपिकों का चला था धरना
बता दें कि इससे पहले पिछली साल भी हरियाणा में क्लर्कों ने धरना-प्रदर्शन और हड़ताल किया था. कलर्कों की हड़ताल करीब 42 दिनों तक चली थी. हरियाणा के लिपिकों की मांग है कि उनकी वेतनमान 35400 (35 हजार 400 रुपये) हो. प्रदेश के कई वरिष्ठ नेताओं से कई दौर की बातचीत के बाद आखिर में मुख्यमंत्री की आश्वासन के बाद लिपिकों ने धरना खत्म किया था. अब एक बार फिर से लिपिक लामबंद होना शुरू हो गए हैं. ऐसे में ये देखने वाली बात होगी कि आखिर लिपिकों को मनाने के लिए सरकार क्या करती है. गौरतलब हो कि इसी साल हरियाणा विधानसभा के चुनाव भी होने हैं, जिसकी दृष्टि से ये प्रदर्शन काफी अहम हो जाती है.

INPUT- Darshan Kait

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