Haryana News: गुरुवार को जब ज़ी मीडिया ने दुष्यंत चौटाला से मुख्यमंत्री के पुलिस और लोगों की सुरक्षा से जुड़े बयान को लेकर प्रश्न किया तो उन्होंने कहा कि वे नहीं जानते कि मुख्यमंत्री ने किस औचित्य के साथ यह बयान दिया है, लेकिन दुनिया के किसी भी कोने में जनसंख्या के अनुपात में पुलिस बल की संख्या नहीं होती, लेकिन फिर भी सुरक्षा की जिम्मेदारी उनके ऊपर होती है.
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Haryana News: नूंह में हिंसा भड़कने और मुख्यमंत्री के जनसुरक्षा को लेकर दिए विवादित बयान के बाद विपक्षी पार्टियों ने भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. नूंह हिंसा का कितना असर आगामी चुनाव में राजनीतिक दलों पर पड़ेगा, इस नफा-नुकसान को ध्यान में रखते हुए और जनता की गुड बुक में दर्ज होने के लिए पार्टियों ने अपनी-अपनी गोटियां फिट करना शुरू कर दिया है. इसका जीता-जागता प्रमाण हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के हालिया बयान है, जिसमें वह पुलिस की कमी से जुड़े सीएम के बयान से बिलकुल असहमत नजर आए.
सीएम के बयान से झाड़ा पल्ला
बता दें कि पिछले कुछ समय से राजनीतिक गलियारों में बीजेपी-जजपा गठबंधन टूटने और समयपूर्व चुनाव की चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं. हालांकि सीएम मनोहर लाल और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ये कहते नजर आए कि उनका गठबंधन चलता रहेगा, लेकिन इस बीच समय-समय पर जेजेपी और बीजेपी नेता एक-दूसरे से जुबानी जंग लड़ते भी दिखे. इस बीच गुरुवार को जब ज़ी मीडिया ने दुष्यंत चौटाला से मुख्यमंत्री के पुलिस और लोगों की सुरक्षा से जुड़े बयान को लेकर प्रश्न किया तो उन्होंने कहा कि वे नहीं जानते कि मुख्यमंत्री ने किस औचित्य के साथ यह बयान दिया है, लेकिन यह बात भी सही है कि भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के किसी भी देश में पुलिस और सेना का अनुपात जनसंख्या के बराबर नहीं हो सकता, लेकिन फिर भी लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी उनके कंधों पर होती है और उसे निभाना जरूरी होता है. इसलिए नूंह हिंसा मामले में हर तरह से जांच की जा रही है और उसमें जिस किसी की भी कमी या लापरवाही पाई जाएगी, उस पर कार्रवाई होगी. नूंह में हुए साइबर थाने पर हमले को लेकर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इस थाने पर साइबर क्रिमिनल्स ने जानबूझकर हमला किया या कुछ और वजह रही, यह जांच का विषय है. दोषियों पर जरूर कार्रवाई की जाएगी.
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मामन खान से जुड़े सवाल पर बोले, इसमें बहुत से लोग शामिल
इसके साथ ही उपमुख्यमंत्री ने आयोजकों द्वारा प्रशासन को यात्रा की पूरी जानकारी न देने के अपने बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आयोजकों ने प्रशासन को जो भी जानकारी दी होगी वह प्रशासन के पास लिखित में होगी, जिससे यह पता चल जाएगा कि जानकारी कितनी दी गई थी. इसमें कमी चाहे प्रशासन की हो या आयोजकों की उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा सोशल मीडिया की भी जांच की जा रही है. जिन लोगों ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ और भ्रामक संदेश डाले हैं उनकी भी जांच की जा रही है. कांग्रेस विधायक मामन खान द्वारा विधानसभा में दिए गए बयान को लेकर उन्होंने कहा कि वे किसी एक व्यक्ति को लेकर बात नहीं करेंगे क्योंकि इसमें बहुत से लोग शामिल हैं. जांच के बाद इस घटना में शामिल सभी लोग सामने आ जाएंगे.
क्या बोले थे सीएम
दरअसल, कल मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बेतुका बयान देते हुए कहा था कि 2.80 करोड़ लोगों की सुरक्षा 50-60 हजार पुलिस वाले कैसे कर सकते हैं. इसके साथ ही अपनी बात को कवर करते हुए उन्होंने कहा था कि सुरक्षा के लिए आपसी सद्भावना भी जरूरी है. आपसी सद्भावना से ही सुरक्षा निकलती है.
INPUT- Vijay Rana