Haryana News: सहकारी चीनी मिल में 66 वां पिराई सत्र का शुभारंभ हो गया. जिसमें पिछले साल से ज्यादा यानी 67 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
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राकेश भयाना/ नई दिल्ली: पानीपत की सहकारी चीनी मिल में 66 वां पिराई सत्र का शुभारंभ हो गया. आज हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉक्टर बनवारीलाल ने विधिवत रूप से हवन यज्ञ के साथ किया. जहां मौके पर उनके साथ करनाल लोकसभा क्षेत्र के सांसद संजय भाटिया भी मौजूद रहे .
सहकारिता मंत्री ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वह गन्ने को साफ-सुथरा करके ही लाएं ताकि रिकवरी रेट ज्यादा मिल सके. अधिक से अधिक रिकवरी रेट बढ़ने से मिल की आमदनी में इजाफा होगा. सभी किसानों को समय पर भुगतान किया जा सकेगा. पिछले साल 53 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई का लक्ष्य रखा गया था, जबकि इस बार 67 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. उन्होंने बताया कि सरकार लगातार किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में प्रयासरत है. देश के प्रधानमंत्री द्वारा हर साल फसलों का एमएसपी रेट बढ़ाया जाता है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सहित अन्य योजनाओं से किसानों की आय बढ़ाने का काम किया जा रहा है.
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उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि डाहर गांव के कुछ किसानों ने स्थानीय युवाओं को शुगर मिल में नौकरी देने की मांग रखी है. जिस पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए हैं कि इस मांग पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाए.
शुगर मिल के एमडी नवदीप सिंह ने बताया कि अप्रैल महीने में रोहतक और सोनीपत की शुगर मिल में कोई समस्या आती है तो उन शुगर मिल की गन्ने की पेराई भी पानीपत की शुगर मिल करेगी. वहीं उन्होंने कहा कि अगर असन्ध शुगर मिल में देरी से गन्ने की पिराई शुरू होती है तो उस शुगर मिल को भी हमारी तरफ से सहयोग दिया जाएगा. शुगर मिल के एमडी ने जानकारी देते हुए बताया कि पुरानी शुगर मिल 18 लाख गन्ना का प्लांट था, लेकिन अब नए शुगर प्लांट में 100 लाख क्विंटल गन्ना की पिराई की जा सकती है. यह भी बताया कि हरियाणा में सिर्फ प्रदेश के गन्ने की पिराई की जाएगी दूसरे राज्यों के गन्ना हरियाणा में नहीं लिया जाएगा. इसके साथ इस साल 67 लाख क्विंटल गन्ने पिराई का टारगेट है. उन्होंने बताया कि दूसरे प्रदेशों में पिराई के लिए गन्ना बाहर नहीं जाएगा.