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कुलवंत सिंह/यमुनानगरः हरियाणा के किसान गन्ने का रेट बढ़ाने को लेकर निर्णायक आंदोलन के मूड में आ चुके हैं. जहां आज से प्रदेश की सभी शुगर मील में किसानों ने गन्ने की सप्लाई ठप कर दी गई है, वहीं, यमुनानगर में मील के मेन गेट पर ताला जड़ दिया है और सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी है. पूरे हरियाणा के किसान पिछले 2 महीने से गन्ने का रेट बढ़ाने की मांग को लेकर धरने प्रदर्शन कर रहे हैं.
हरियाणा की शुगर मिलों ने शुरू की पेराई
हरियाणा में इस समय गन्ने का रेट 362 प्रति क्विंटल है, जबकि किसान गन्ने का रेट 450 प्रति क्विंटल किए जाने की मांग कर रहे हैं. इस बार नवंबर के प्रथम सप्ताह में हरियाणा की शुगर मिलों ने पेराई शुरू की थी, जबकि डेढ़ महीने बाद सरकार ने गन्ने का रेट इस बार न बढ़ाने का फैसला करते हुए पिछले साल वाला रेट 362 प्रति क्विंटल तय करने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया, जिसके बाद हरियाणा के किसान लामबंद हुए और उन्होंने धरने प्रदर्शन शुरू कर दिया.
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तभी से हरियाणा भर में धरने प्रदर्शन किए जा रहे थे, जिसके बाद किसानों ने 17 जनवरी से गन्ने की छिलाई बंद करने कर दी थी और आज से प्रदेश भर की शुगर मिलों में गन्ने की सप्लाई बंद कर दी गई है. एशिया की सबसे बड़ी यमुनानगर स्थित सरस्वती शुगर मिल में किसानों ने गन्ने की सप्लाई रोक दी. हालांकि, पिछली रात भारी संख्या में ट्रैक्टर ट्राली गन्ना लेकर शुगर मिल पहुंची. शुगर मील ने निर्धारित संख्या से दोगुना संख्या में गन्ना मंगवा कर अगले कुछ दिन का तो इंतजाम कर लिया है.
गन्ने की सप्लाई न होने से शुगर मीलों पर लग सकता है ताला
लेकिन, वहीं अगर आंदोलन लंबा चलता है तो सप्लाई ना होने के चलते शुगर मीलें बंद हो जाएंगी. किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष संजू गुदियाना का कहना है कि गन्ना का रेट बढ़ाने की मांग को लेकर आंदोलन किया जा रहा है. हम 450 प्रति क्विंटल गन्ने का रेट किए जाने की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 23 जनवरी को करनाल में किसानों की महापंचायत में अगला निर्णय लिया जाएगा.
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वहीं पर मील में गन्ना लेकर आए हुए किसान ने कहा कि किसानों ने कांटे पर जो ताला जड़ा था. वह कुछ समय के लिए खोल दिया है ताकि कल व रात से जो गन्ने की ट्रालियां आई हुई है. उनकी तुलवाई हो जाएं और खाली होकर अपने घर चले जाएं ताकि किसानों को किसी तरह की दिक्कत ना आए, वहीं पर शुगर मील मैनेजर का कहना है कि किसानों ने कहा मील के अंदर खड़ी ट्रालियां जल्द से जल्द तुलवा दी जाएं.
उन्होंने कहा कि यदि किसान गन्ना लेकर आते हैं तो हमें कोई एतराज नहीं है, हम सभी ट्रालियां तोलने के लिए तैयार हैं. यमुनानगर की शुगर मील में गन्ने की सप्लाई बंद कर दिए जाने के बाद अगले कुछ दिनों में मीलों में गन्ना ना होने के चलते शुगर मिल बंद हो सकती हैं, जिससे न सिर्फ चीनी उत्पादन प्रभावित होगा बल्कि सरकार और किसानों के लिए भी दिक्कत बढ़ सकती हैं.