चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा का शीतकालिन सत्र जारी है. शीतकालिन सत्र में हरियाणा कौशल रोजगार निगम की ठेकेदारी के बारे में जवाब देते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम पोर्टल के जरिए नौकरी के अनेकों विकल्प दिए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले कर्मचारियों के साथ धोखा किया जाता था लेकिन पोर्टल आने के बाद से ये संभव नहीं है. साथ ही विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि पोर्टल आने से कुछ लोगों की कमीशनखोरी रुक गई है जिससे वो तिलमिला गए हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आरक्षण से नहीं पोर्टल से ज्यादा नौकरी मिली
हरियाणा विधानसभा सत्र के दैरान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि, "हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) पोर्टल के माध्यम से मजदूरों को शोषण से बचाया जाएगा. अभी तक इस पोर्टल के जरिये 4000 से 5000 नई नौकरियां दी जा चुकी हैं". मुख्यमंत्री ने कहा कि पोर्टल के माध्यम से SC, OBC के युवाओं को ज्यादा मौकें मिले हैं.पोर्टल के माध्यम से SC, OBC समुदाय के युवाओं को आरक्षण से ज्यादा नौकरियां दी गई हैं. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने यह दावा भी किया कि पोर्टल के माध्यम से जितनी भी भर्तियां हुई हैं वो सारी निष्पक्ष तरीके से हुई हैं और मैंने खुद उनकी समिक्षा की है. 


ये भी पढ़ेंः गाजियाबाद में बेखौफ चोर, ट्रांसफार्मर पर किया हाथ साफ, अब पुलिस कर रही तलाश



किसी विधायक के रिश्तेदार की नौकरी नहीं लगी
विपक्ष को घेरते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने राज्य में कमीशनखोरी का रास्ता अपनाया था, वही लोग पोर्टल का विरोध कर रहे हैं. विपक्ष कहती है कि हमारी सरकार आने के बाद पीपीपी खत्म कर देंगे, मेरिट फाड़ देंगे, पोर्टल खत्म कर देंगे लेकिन ये सब हवा-हवाई बातें हैं ऐसा कुछ नहीं होगा. हमने पोर्टल लाकर भर्ती प्रणाली से भ्रष्टाचार खत्म किया है. हमारे 90 में एक भी विधायक के किसी भी रिश्तेदार की नौकरी नहीं लगी है, जो अपनेआप में भ्रष्टाचार मुक्त भर्ती प्रक्रिया का एक उदाहरण है.