Karnal News: हरियाणा बनेगा आयुर्वेदिक दवाइयों का बड़ा एक्सपोर्टर स्टेट. दस वर्षो में निर्यात को तीन गुना बढ़ाने का लक्ष्य है. आयुष विभाग ने आयुर्वेदिक ड्रग्स उत्पादकों को निर्यात की राह दिखाई है. प्रदेश के किसानों को भी मैन्युफेक्चर से जोड़ा जाएगा और किसानों को खेती में नए विकल्प के साथ आमदनी बढ़ाने का अवसर मिलेगा.


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केंद्रीय आयुष मंत्रालय की टीम ने राज्य के आयुर्वेदिक दवाई उत्पादको को निर्यात के क्षेत्र में कदम बढ़ाने के लिए राह दिखाई है. करनाल में आयोजित विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेशभर से आए दवाई उत्पादकों को आयुष और एक्सपोर्ट विभाग के अधिकारियों ने निर्यात संबंधी तमाम जानकारी दी. 


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हरियाणा आयुष विभाग के अधिकारी दलीप मिश्रा ने बताया कि हरियाणा को आयुर्वेदिक दवाई निर्यात का बड़ा केंद्र बनाया जा रहा है. आयुर्वेदिक दवाइयों के निर्यात में बहुत अधिक संभावनाएं है, इसलिए आयुष विभाग प्रदेश के मैन्युफेक्शर्स को एक्सपोर्ट से जोड़ना चाहता है. दवा निर्माता गुणवत्ता और मानकों का ध्यान रखते हुए अपने प्रोडक्ट और दवाई अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ले जा सकते है. 


मिश्रा ने बताया कि इससे दवा बनाने वाली कंपनी के साथ हरियाणा के किसानों को भी लाभ मिलेगा. आयुष विभाग किसानों को दवाई बनाने वाली कंपनियों से जोड़ने में ब्रिज का काम करेगा. इससे कंपनियों को उच्च श्रेणी का कच्चा मॉल उपलब्ध होगा और किसानों को खेती के नए विकल्प और अधिक आमदन मिलेगी.


INPUT: KAMARJEET SINGH


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