India-Canada Diplomatic Tensions: भारत और कनाडा के बीच चल रहे विवाद के बीच भारत सरकार ने सभी जांच एजेंसियों को देश-विदेश (अमेरिका, आस्ट्रेलिया, कनाडा और यूके) में बैठे खालिस्तानी आतंकियों की पहचान करने और उनके OCI (Overseas Citizenship of India) कैसिंल करने के लिए कहा है, जिससे वो भारत न आ सकें. इसके अलावा देश में उनके नाम, उनके परिवार के नाम और संपत्ति की पहचान कर जब्ती कारवाई के लिए भी कहा गया है. 


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भारत सरकार का खालिस्तानी आतंकियों के खिलाफ ये बड़ा कदम है, क्योंकि बहुत सारे खालिस्तानी सर्मथक विदेश में बैठ कर अपना एजेंडा चलाते है और भारत में निवेश कर संपत्ति बना रहे है. इनके पास OCI कार्ड है, जिसके जरिए इनके भारत में आनेजाने पर भी रोक नहीं है.


सरकार ने अभी कुछ दिन पहले कनाडा में अपनी वीज़ा सर्विस को कुछ दिनों के लिये बंद कर दिया है. अब अगर खालिस्तानी आतंकियों के OCI भी रद्द हो जाते हैं तो वो भारत नहीं आ सकते. पहले वीजा सर्विस सस्पेंड होने के बाद भी ये नियम इनके लिए लागू नहीं होता था.अब इनका भारत आना मुश्किल होगा और जब ये वीजा के लिए आवेदन करेंगे तो वीजा मिलना भी मुश्किल होगा.


क्या है ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (OCI)
दुनिया के कई देशों में दोहरी नागरिकता की सुविधा है, लेकिन भारत में नहीं. अगर कोई भारतीय दूसरे देश की नागरिकता लेता है तो उसे भारतीय नागरिकता छोड़नी पड़ती है. भारत के कई ऐसे लोग हैं, जो वर्तमान में अमेरिका, कनाडा जैसे देशों की नागरिकता ले चुके हैं. ऐसे लोगों के लिए ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (OCI) कार्ड दिया जाता है. 


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संम्पत्ति होगी जब्त
भारत सरकार के आदेश के बाद NIA ने भगोड़े खलिस्तानियो की लिस्ट तैयार की है, जिनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई का खाका भी तैयार किया जाएगा.पिछले कुछ महीनों के दौरान जितने भी प्रदर्शन हुए हैं, उनके सारी डीटेल्स यूके, कनाडा, अमेरिका और अन्य देशों को दिए जा चुके हैं.शुरुआती तौर पर ऐसे लोगों की सूची बनाई जा रही है, जो लगातार ऐसे प्रदर्शन में सक्रिय रहते हैं. जिसका मकसद भारत की छवि को धूमिल करना है. इन सभी की भारत में मौजूद प्रॉपर्टी भी जब्त की जाएगी.


कनाडा ने उठाया ये कदम
खालिस्तानी आतंकी समर्थकों के खिलाफ भारतीय दबाव के चलते कनाडा प्रशासन ने भी सख्ती बढ़ा दी है. ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में खालिस्तान के समर्थन में होर्डिंग और बैनर को हटाने के निर्देश दिए गए हैं. खालिस्तानी समर्थकों ने अपने प्रोपेगेंडा को आगे बढ़ते हुए जगह-जगह पर पोस्टर लगाए थे, ताकि लोग इनको देखें और प्रभावित हों, लेकिन अब इनको हटाया जा रहा है. इसके अलावा कनाडा अमेरिका सीमा पर भी खालिस्तान समर्थक संगठनों को इसी तरीके से अपने प्रोपेगेंडा मटेरियल को हटाने के निर्देश दिए गए हैं.