विनोद लांबा/चंडीगढ़: चंडीगढ़ छात्र संघ चुनाव में उस समय बड़ा सियासी धमाका हुआ, जब पंजाब यूनिवर्सिटी में छात्र संगठन इनसो और एबीवीपी ने मिलकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया. इतना ही नहीं इस गठबंधन को हिमाचली छात्रों के संगठन एचपीएसयू और हिमसू का भी साथ मिला है. दोनों संगठनों ने भी इनसो और एबीवीपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया.


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खास बात यह है कि छात्र संघ की 4 सीटों में से दो पर इनसो, एक सीट पर एबीवीपी और एक पर हिमाचल के छात्र संगठन का प्रत्याशी होगा. पीयू में चार छात्र संगठनों के एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने के फैसले पर इनसो के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं जेजेपी प्रधान महासचिव ने कहा कि पीयू में इस गठबंधन के पूरे पैनल की ऐतिहासिक जीत होगी और यह गठबंधन पीयू कैम्पस की दशा और दिशा बदलने का काम करेगा.


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दिग्विजय चौटाला ने कहा कि पीयू में इनसो ने कोरोना काल के दौरान लगातार छात्रों के बीच रह कर कार्य किया है और इनसो का संगठन पहले से ज्यादा मजबूत हुआ है. उन्होंने कहा कि इसी का परिणाम है कि इनसो गठबंधन में पहली बार दो सीटों पर चुनाव लड़ रहा है. पीयू चुनाव में गठबंधन में एबीवीपी की ओर से हरीश गुर्जर (अगम) अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ेंगे.


दिग्विजय चौटाला ने बताया कि उपाध्यक्ष पद पर एचपीएसयू व हिमसू की संयुक्त प्रत्याशी असीम चारस (नेगी) गठबंधन के प्रत्याशी होंगे. दिग्विजय चौटाला ने बताया कि इनसो की ओर से महासचिव के पद पर प्रवेश बिश्नोई और संयुक्त सचिव के पद पर अमरकांत प्रधान चुनाव लड़ेंगे. पीयू चुनाव में भी हरियाणा के बीजेपी-जेजेपी गठबंधन की छात्र इकाइयां मजबूती से साथ कदम बढ़ाने जा रही हैं.


उन्होंने कहा कि इस दिशा में इनसो-एबीवीपी मजबूती से पीयू में चुनाव लड़ेगी और गठबंधन धर्म को निभाएगी. दिग्विजय चौटाला ने कहा कि इनसो-एबीवीपी का यह गठबंधन छात्र हित में हुआ है और जीत का परचम लहराते हुए नया इतिहास रचेगा.