क्या कंझावला कांड वाकई एक्सीडेंट का केस है? याद आई 16 दिसंबर 2012 की वो खौफनाक रात
Delhi Crime: बाहरी दिल्ली इलाके में कार सवार पांच लोगों ने स्कूटी सवार युवती को 13 किलोमीटर घसीटा था. तमाम उठ रहे सवालों के बीच दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अब गैर इरादतन हत्या की धारा भी जोड़ दी है.
नई दिल्ली: नए साल पर बाहरी दिल्ली इलाके में कार से स्कूटी सवार युवती को घसीटने और नग्न हालात में शव मिलने के मामले में ऐसे कई सवाल हैं, जिनका जवाब दिल्ली पुलिस के पास अब तक नहीं है. दरअसल यह पूरी घटना बाहरी जिले और रोहिणी जिले के कंझावला इलाके के बीच की है.
बाहरी जिला डीसीपी हरेंद्र सिंह के आदेश पर सुल्तानपुरी थानाध्यक्ष सुखबीर सिंह ने अपनी कार से जब इस दूरी को नापा तो यह 13 किलोमीटर से ज्यादा निकली. यानी नए साल की नशे में धुत पांच लोग रात के अंधेरे में कार को दौड़ते रहे और इस दौरान गाड़ी के नीचे युवती का शव सड़क पर घसीटता रहा. इसमें से करीब 1 से 2 किलोमीटर एरिया बाहरी जिले में है और बाकी रोहिणी जिले में है. युवती के दोनों पैर, सिर व कई अंग बुरी तरह कुचल चुके हैं.
दरअसल पूरे मामले में दिल्ली पुलिस की लापरवाही की बात भी सामने आ रही है. पुलिस ने न्यू ईयर के जश्न पर नशे में धुत वाहन चालकों पर नजर रखने और कार्रवाई करने का दावा किया था, ऐसे में युवती के परिजनों का सवाल है कि अगर 13 किलोमीटर तक कार सवार हमारी बच्ची को घसीटते रहे, उस दौरान पुलिस सड़कों से गायब क्यों रही.
बताया गया है कि फूड डिलीवरी करने वाले शख्स ने एक पुलिसकर्मी को यह जानकारी भी दी थी कि कार के साथ एक शव घसीट रहा है, लेकिन उसकी बात को अनसुना कर दिया गया. एक और सवाल जो परेशान करने वाला है कि युवती के तन पर एक कपड़ा भी नहीं मिला, क्या सड़क पर घसीटने के दौरान कपड़े का एक भी टुकड़ा शरीर पर नहीं मिलना चाहिए था.
गैर इरादतन हत्या की धारा जोड़ी
मेडिकल जांच में आरोपियों द्वारा शराब पीने की पुष्टि के बाद पुलिस ने FIR में गैर इरादतन हत्या की धारा (धारा 304) जोड़ दी है. यह धारा गैर जमानती है. इस मामले में गिरफ्तार पांच आरोपियों की फोटो भी सामने आ गई है.
पुलिस अब कोर्ट में पेश कर गहन पूछताछ के लिए आरोपियों को रिमांड पर लेगी, जिसमें शनिवार रात सवा तीन बजे के बाद हुए इस पूरे घटनाक्रम की कड़ी से कड़ी जोड़ी जाएगी कि वाकई ये सिर्फ एक्सीडेंट का मामला है या फिर इसके पीछे कोई और भयानक साजिश है. हालांकि सड़क से युवती का नग्न शव मिलने के बाद पुलिस ने पहले ही गैंगरेप और हत्या की बात से इनकार कर चुकी है, लेकिन पूरा राज आरोपियों से कड़ी पूछताछ के बाद ही सबके सामने आएगा.
याद होगा कि 16 दिसंबर 2012 को दक्षिणी दिल्ली के मुनिरका इलाके में इसी तरह एक युवती पुलिस को नग्न हालत में मिली थी. गैंगरेप और दरिंदगी के उस भीषण कांड को हम निर्भया कांड के नाम से जानते हैं. इस खौफनाक वारदात ने देश और पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया था. कंझावला इलाके में स्कूटी सवार के साथ आखिर क्या हुआ ये तो वक्त ही बताएगा, लेकिन निर्भया और कंझावला कांड में कुछ समानता जरूर है. एक लड़की का नग्न अवस्था में मिलना और दूसरा आरोपियों का नशे में चूर होना.