जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. नवंबर-दिसंबर 2014 में पीडीपी और भाजपा ने मिलकर गठबंधन सरकार बनाई थी और मुफ्ती मोहम्मद सईद सीएम बने थे. 2016 में सईद के निधन के बाद कुछ समय गवर्नर रूल रहा फिर महबूबा मुफ्ती ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इसके बाद यहां घटनाक्रम तेजी से बदले. 2018 में भाजपा ने सपोर्ट वापस लिया और फिर गवर्नर रूल लगा. दिसंबर में राष्ट्रपति शासन लग गया. 2019 में विशेष दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 को खत्म करने का ऐतिहासिक फैसला लिया गया और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया गया. जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों के लिए तीन चरणों में 18 सितंबर (24 सीट), 25 सितंबर (26 सीट) और 1 अक्टूबर (40 सीट) को वोटिंग होगी. 8 अक्टूबर को चुनाव नतीजे आएंगे.
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