Jind News: जींद जिले के नरवाना में लोगों की सुविधा के लिए बन रहा रेलवे ओवरब्रिज लोगों के लिए मुसीबत बन गया है. पिछले 7 साल से रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य चल रहा है, जो अब तक पूरा नहीं हुआ है. ओवरब्रिज नहीं बनने के कारण गांव 2 हिस्सों में टूट गया. ओवरब्रिज की वजह से नरवाना का 20 गांवों से संपर्क टूट गया है.
7 साल पहले ऐलान
नरवाना के दबलैन रेलवे फाटक पर ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य कछुआ चाल से होने के कारण नागरिकों, राहगीरों और दुकानदारों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. 7 साल पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जनता की सुविधा के लिए यहां रेलवे ओवरब्रिज निर्माण की घोषणा की थी, लेकिन 7 साल पूरे हो जाने के बाद भी रेलवे ओवरब्रिज का काम पूरा नहीं हो पाया है, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश है.
20 गांवों से टूटा संपर्क
रेलवे ओवरब्रिज न बनने के कारण नरवाना 2 हिस्सों में बंट गया है, वहीं 20 गांवों से कनेक्टिविटी पूरी तरह कट गई है. रेलवे फाटक पार करके दूसरी तरफ डॉक्टर के पास इलाज करवाने, बच्चों को स्कूल जाने, थाने में जाने के लिए रेलवे लाइन पार मौत का सफर तय करना पड़ता है. वहीं ऐसा नहीं करने पर काफी लंबा रास्ता तय करना पड़ता है.
मौत के रास्ते जाने को मजबूर बच्चे
जान हथेली पर लेकर स्कूल जाने वाले बच्चे भी मजबूरी में रेलवे लाइन पार करने को मजबूर हैं. जब हमारी टीम ने ग्राउंड ज़ीरो पर जाकर बच्चों से बात की तो उन्होंने कहा कि मजबूरी में हमे यह रास्ता अपनाना पड़ता है. दूसरा रास्ता काफी लंबा पड़ता है, जिससे जाने की वजह से स्कूल पहुंचने में देरी हो जाती है.
ठेकेदार के खिलाफ प्रदर्शन
7 साल से अधूरे पड़े निर्माण कार्य को पूरा कराने की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने रेलवे विभाग व ठेकेदार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. स्थानीय लोगों का कहना है कि ओवरब्रिज नहीं बनने की वजह से दुकानदारों का धंधा ठप्प हो गया है. मजबूरी में कुछ दुकानदार पलायन कर चुके हैं, वहीं कुछ पलायन करने की तैयारी में हैं. इस दौरान लोगों ने सरकार से जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूरा कराने की मांग की है.
Input- Gulshan