JNU Protest: JNU कैंपस में लेफ्ट और राइट विंग छात्र संघ के बीच जमकर हुआ हंगामा, थोड़ी बहुत हाथापाई और भरपूर बहस बाजी एक बार फिर से देखने को मिली. यह सारा हंगामा जेएनयू कैंपस के अंदर साबरमती ढाबे के पास हुआ. जहां एक समय में दोनों छात्र संघ द्वारा प्रदर्शन का कॉल दिया गया था. आइए आपको बताते हैं कि आखिर हंगामे की वजह क्या है.


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जेएनयू कैंपस में छात्रों के बीच हंगामा बुधवार को शाम के 6 बजे हुआ. जहां दोनों लेफ्ट और राइट वींग ही छात्र संघ द्वारा यहां पर प्रदर्शन का टाइम दिया गया था. एबीवीपी छात्रसंघ राजस्थान सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुए पिटाई के विरोध में प्रदर्शन कर रही थी तो वहीं लेफ्ट विंग के तरफ से जेएनयूएसयू के द्वारा राजस्थान में रेप के मामले में आरोपी का एबीवीपी से नाता होने को लेकर विरोध था. हैरानी की बात यह थी इन दोनों के छात्र संघ में एक समय में प्रोटेस्ट वाला पोस्टर पहले ही जारी कर दिया था. जिसको लेकर हाथापाई हुई. 


ऐसे हालात में प्रशासन ने इस बाबत कोई भी संज्ञान नहीं लिया वरना दोनों के समय या स्थान में थोड़ी परिवर्तन अगर हुई होती तो शायद यह झड़प नहीं होता. हालांकि झड़प के दौरान जेएनयू की प्राइवेट सिक्योरिटी ने किसी भी तरह का विवाद बड़ा ना हो इसकी पूरी कोशिश की.


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बता दें कि शाम 6 बजे सबसे पहले लेफ्ट समर्थक छात्रों के साथ जेएनयूएसयू के प्रेसिडेंट और कुछ छात्रों ने अपना प्रदर्शन शुरू किया, जिसमें जेएनयूएसयू की प्रेसिडेंट आईसी घोष एबीवीपी के खिलाफ जमके बातें कही. लेफ्ट समर्थक छात्रों का यह प्रदर्शन होते-होते लगभग 6:30 बज गया था. बावजूद इसके एबीवीपी के लोगों को यहां प्रदर्शन करने के लिए जगह नहीं मिल रही थी. देखते ही देखते दोनों छात्र संघ द्वारा नारेबाजी शुरू हो गई और उसके बाद वाद विवाद होते होते मामला हाथापाई तक पहुंच गया. हालांकि इस पूरे विवाद में जेएनयू की प्राइवेट सिक्योरिटी ने किसी भी तरह से बात को बढ़ने से रोक दिया.


उसके बाद एबीवीपी के छात्र संघ ने जैसे ही गहलोत सरकार का पुतला जलाया और गहलोत सरकार के साथ-साथ लेफ्ट छात्रसंघ के खिलाफ लगातार नारेबाजी कर अपना प्रोटेस्ट जाहिर किया. इस पूरे हंगामे के दौरान लेफ्ट समर्थक छात्र साबरमती से चले गए थे. वहीं मौके पर एबीवीपी के छात्रों ने एक तरफ गहलोत सरकार के खिलाफ कई बातें कही और आरोप लगाया कि उनके प्रदर्शन में लैब समर्थक छात्रों द्वारा अवरोध किया गया था और इस हाथापाई के लिए भी एबीवीपी के छात्रों ने लेफ्ट समर्थक छात्रों पर आरोप लगाया.


Input: मुकेश सिंह