Kanwar Yatra 2022: 12 दिनों तक बंद रहेंगी कांवड़ यात्रा के रास्तों पर मीट व शराब की दुकानें, इंटीग्रेटेड ट्रैफिक सिस्टम से जुड़ेगा मार्ग
कांवड़ यात्रा को लेकर इन रास्तों पर सुरक्षा के किए गए पुख्ता इंतजाम, हतर सुरक्षा को लेकर इन सभी मार्गों पर CCTV कैमरे लगाकर उसे इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंत सिस्टम (ITMS) के साथ जोड़ा जाएगा.
Kanwar Yatra 2022: यूपी सरकार 2 साल के बाद होने जा रही कांवड़ यात्रा के लिए निर्धारित मार्गों पर खुले में मांस की बिक्री पर रोक लगाने के लिए योजना बना रही है. कांवड़ यात्रा 14 जुलाई से शुरू होने वाली है, जिसको लेकर एक पखवाड़े तक चलने वाली कांवड़ यात्रा के लिए व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं. इतना ही नहीं कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं.
उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रियों द्वारा ली गई सड़कों को साफ करें और उनके साथ खुले में मांस की बिक्री पर रोक लगाने के अलावा प्रकाश व्यवस्था, स्वच्छता और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था करें. इसी के साथ अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए यह सुनिश्चित करने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं कि कांवड़ यात्रा पूरे राज्य में सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से हो.
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उन्होंने आगे कहा कि स्थानीय, जिला और पुलिस प्रशासन इसे सुनिश्चित करने के लिए मांस व्यापारियों से संपर्क कर रहा है. बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने कहा कि हमने मांस व्यापारियों से संपर्क किया है और उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि खुले में मांस की बिक्री न हो. व्यापारियों ने हमें इसका आश्वासन दिया है.
इन रास्तों से हरिद्वार पहुंचते श्रद्धालु
प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक उत्तराखंड के हरिद्वार पहुंचने के लिए लाखों श्रद्धालु पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, शामली, मेरठ, गाजियाबाद और बागपत जिलों से गुजरते हैं. इसी के साथ दिल्ली, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से भी श्रद्धालु सहारनपुर, शामली और बागपत जिलों से होकर जाते हैं. मुरादाबाद, बरेली से बड़ी संख्या में श्रद्धालु बिजनौर और अमरोहा होते हुए हरिद्वार पहुंचते हैं.
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आपको बता दें कि पिछले दो सालों से कोरोना वायरस की वजह से कांवड़ यात्रा का आयोजन नहीं किया गया था. इसलिए अधिकारियों ने इस साल कांवड़ यात्रियों की संख्या में वृद्धि की उम्मीद जताई है. इसी के साथ एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि धार्मिक जुलूस में किसी को भी हथियार प्रदर्शित करने की अनुमति नहीं होगी और कांवड़ यात्रियों को अनुमेय सीमा के भीतर मात्रा रखते हुए संगीत प्रणालियों पर भक्ति गीत बजाने की अनुमति होगी. पुलिस प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों की भी पहचान की है, जहां यात्रा के दौरान अतिरिक्त बल तैनात किया जाएगा.
ये हैं दिल्ली में कांवड़ यात्रा को लेकर सुरक्षा के इंतजाम
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कांवड़ यात्रा को लेकर चिल्ला बॉर्डर से लेकर कालिंदी कुंज के रास्ते पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे. इतना ही नहीं बेहतर सुरक्षा को लेकर इन सभी मार्गों पर CCTV कैमरे लगाकर उसे इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंत सिस्टम (ITMS) के साथ जोड़ा जाएगा. कांवड़ यात्रा से एक दिन पहले रिहर्सल ड्यूटी होगी. ट्रैफिक पुलिस के DCP गणेश प्रसाद साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि बीते सोमवार को इस संबंध में गाजियाबाद ट्रैफिक विभाग से बात हुई है और उन्होंने अपने क्षेत्र में बेहतर सुविधा के लिए ट्रैफिक कर्मियों को तैनात करने का आश्वासन दिया है.
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