Haryana Loksabha Chunav: किसान आंदोलन, उनकी मौत और चोट का जवाब लोकसभा चुनाव में जनता वोट से देगी- सुशील गुप्ता
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana2134650

Haryana Loksabha Chunav: किसान आंदोलन, उनकी मौत और चोट का जवाब लोकसभा चुनाव में जनता वोट से देगी- सुशील गुप्ता

kurukshetra AAP Candidate: आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और कुरुक्षेत्र लोकसभा उम्मीदवार डॉ. सुशील गुप्ता ने लोकसभा चुनाव को लेकर सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि आज क्षेत्र की जनता सब देख रही है. अब जनता लोकसभा चुनाव में इस चोट का जवाब वोट से देगी.

Haryana Loksabha Chunav: किसान आंदोलन, उनकी मौत और चोट का जवाब लोकसभा चुनाव में जनता वोट से देगी- सुशील गुप्ता

Haryana Loksabha Election 2024: आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और कुरुक्षेत्र लोकसभा उम्मीदवार डॉ. सुशील गुप्ता ने लोकसभा चुनाव और इंडिया गठबंधन को लेकर प्रेसवार्ता की. जहां जिला अध्यक्ष सरदार गज्जन सिंह, सतवीर गोयत, सोनिया शर्मा, अमरीक सिंह, ईशम सिंह और कविता मौजूद रहे. सुशील गुप्ता जी ने कहा कि कुरुक्षेत्र से हरियाणा और भारत में युग परिवर्तन होगा. हरियाणा इंडिया गठबंधन में पूर्ण बहुमत से लोकसभा की सभी 10 सीटें जीतेगा. उन्होंने कहा कि भाजपा के राज में चारों तरफ बेरोजगारी का आलम है. हरियाणा बेरोजगारी में नंबर वन पर है. बेरोजगारी के कारण प्रदेश के युवा डंकी के रास्ते विदेश जाने को मजबूर हैं. इस कारण कितने युवा अपनी जान गवा चुके हैं, कितने मां-बाप अपने बच्चों को खो चुके हैं और कितने ही लोग अपनी जमीन जायदाद गवा चुके हैं. आज कुरुक्षेत्र का युवा सड़कों पर है, लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है. सरकार ये मानने को ही तैयार नहीं है कि कुरुक्षेत्र और हरियाणा में बेरोजगारी है.

उन्होंने कहा कि बेरोजगारी की स्थिति इतनी इतनी भयानक बन चुकी है कि कुरुक्षेत्र और पूरे हरियाणा में हर घर में एक नौजवान बेरोजगार है. बेरोजगारी के कारण युवा डिप्रेशन और नशे की गिरफ्त में जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह सब तब हो रहा है जब सरकार में 2 लाख से ज्यादा पद खाली पड़े हैं. हरियाणा में 71,000 पद शिक्षा विभाग में खाली पड़े हैं, प्रारंभिक शिक्षा विभाग में 42,000 और माध्यमिक शिक्षा विभाग में 29,000 पद खाली पड़े हैं. इसके अलावा पुलिस विभाग में 21500, परिवहन विभाग में 9339, पशुपालन विभाग में 5738, सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग विभाग में 5073, अग्निशमन विभाग में 3320 और चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान में 2867 पद रिक्त पड़े हैं. ऐसे अन्य कई विभागों में हजारों पद खाली है. हरियाणा सरकार इन पदों को भरने में कोई ध्यान नहीं दे रही. अगर सरकार की नीयत साफ होती तो सभी पद भरे जा सकते थे. उन्होंने कहा कि पूरी सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है. सरकार एक भी पेपर सही से नहीं करवा पाई. ऐसा दिखता है कि युवाओं को सरकारी नौकरी देना सरकार की मंशा ही नहीं है. पहले युवा सीईटी के जाल में उलझे रहे और पेपर देने के बाद कोर्ट के जंजाल में फंसा दिया. अपनी भर्ती को लेकर हरियाणा का युवा कोर्ट के धक्के खाने को मजबूर है. इस सरकार में 30 से ज्यादा पेपर लीक हो चुके हैं.

ये भी पढ़ें: Ram Rahim की पैरोल पर HC का सवाल, दोषी को छूट देने से पहले सरकार को लेनी होगी इजाजत

उन्होंने कहा कि एक चपरासी की पोस्ट के लिए 4421 लोग अप्लाई करते हैं, जिसमें पीएचडी, एमबीए, एमसीए, इंजीनियर लेवल के पढ़े लिखे युवा अप्लाई करते हैं. हरियाणा सरकार युवाओं को पक्की नौकरी देने में विफल रही है और सरकार ने युवाओं के साथ छलावा करने के लिए हरियाणा कौशल रोजगार निगम बनाया है. इसमें भरती के नाम पर खाना पूर्ति हो रही है, केवल आंकड़े बढ़ाने के लिए अस्थाई नौकरियां दी जा रही हैं. उन्होंने कहा कि सरकार के पास युवाओं के लिए कोई भी प्लान नहीं है. जिस कारण युवा आत्महत्या करने को मजबूर हैं. एनसीआरबी रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा में 2021-22 में 3783 लोगों ने आत्महत्या की है जो पिछले वर्ष के मुकाबले ढाई प्रतिशत ज्यादा है. आत्महत्या का सबसे बड़ा कारण बेरोजगारी है, बेरोजगारी की वजह से ही नशा बढ़ रहा है, क्राइम बढ़ रहा है और बेरोजगारी की वजह से ही युवा अवैध रास्ते से विदेश जाने को मजबूर है.

उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र के लोग कह रहे हैं कि जो सांसद उन्होंने चुना था वो यहां से नदारद रहा. लोगों के कोई काम नहीं किए. इस यह किसान बहुल क्षेत्र है, भाजपा सरकार ने किसानों को एक साल से ज्यादा समय तक बॉर्डरों पर बैठा कर रखा. जहां 750 से ज्यादा किसानों ने शहादत दी, लेकिन किसानों ने मंडियां बंद नहीं होने दी. आज फिर किसान एमएसपी के लिए मनोहर सरकार की गोलियां खा रहा है और किसानों पर आंसू गैस के गोले फेंके जा रहे हैं. दूसरी तरफ दिल्ली सरकार ने केन्द्र सरकार को अपने स्टेडियम देने से मना कर दिया ताकि किसानों के लिए जेल न बने और पंजाब सरकार ने शुभकरण को शहीद का दर्जा दिया. एक करोड़ रुपये सम्मान राशि दी और उसकी बहन को सरकारी नौकरी दी. आज क्षेत्र की जनता सब देख रही है. अब जनता लोकसभा चुनाव में इस चोट का जवाब वोट से देगी.