तरुण कुमार/नई दिल्ली: अगर आप भी मैट्रिमोनियल साइट पर रिश्ते देख रहे हैं तो आप सावधान हो जाइए, क्योंकि इन साइट्स पर कई लोगों के द्वार फर्जी प्रोफाइल बनाकर धोखाधड़ी करने के कई मामले सामने आए हैं. आज ऐसा ही एक मामला सामने आया है. इस मामले में एक शख्स ने मैट्रिमोनियल साइट्स पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर 1 या दो नहीं बल्कि 27 शादियां की हैं. इस तरह के मामलों में शिकायत के बाद दिल्ली महिला आयोग ने जांच शुरू की है. इसके बाद दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने Jeevansathi.com, Shaadi.com और Bharatmatrimony.com जैसी वैवाहिक साइटों को नोटिस जारी किया है. 


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बता दें कि दिल्ली महिला आयोग (DCW) ने इस मामले में जांच करन में पता चला कि महिलाओं के साथ धोखाधड़ी की कई घटनाएं हो चुकी हैं. दिल्ली में एक मामला सामने आया था. इसमें एक व्यक्ति को देशभर में 100 से अधिक महिलाओं को कथित तौर पर वैवाहिक साईट पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर शादी का प्रस्ताव देने और फिर उनसे पैसे ऐंठने के आरोप में गिरफ्तार किया था. वहीं ओडिशा में भी एक मामला सामने आया था, जिसमें एक पुरुष ने पिछले कुछ वर्षों में वैवाहिक पोर्टलों पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर 27 महिलाओं से शादी की थी. इसको लेकर दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने वैवाहिक साइटों को नोटिस जारी किया है.  


इस नोटिस में आयोग ने साइटों द्वारा अपने महिला यूजर की सुरक्षा और नकली प्रोफाइल बनाने से रोकने के लिए किए गए विभिन्न सुरक्षा उपायों की जानकारी देने के लिए कहा है. इस मामले में आयोग ने पूछा है कि क्या साइट पर प्रोफाइल बनाने के लिए आधार कार्ड या किसी अन्य फोटो पहचान दस्तावेज की आवश्यकता है. इसके अलावा आयोग ने फर्जी प्रोफाइल बनाने, सूचना छिपाने, यौन उत्पीड़न, ब्लैकमेलिंग, जबरन वसूली आदि के संबंध में पोर्टल को प्राप्त शिकायतों की जानकारी के साथ-साथ ऐसी शिकायतों से निपटने के लिए उठाए गए कदमों का विवरण भी मांगा है. 


वहीं आयोग ने 2018 के बाद से साइटों द्वारा ब्लैकलिस्ट किए गए प्रोफाइल की संख्या के साथ प्रोफाइल को ब्लैकलिस्ट करने की प्रक्रिया की भी जानकारी देने को कहा है. इसके अलावा, आयोग ने पोर्टलों को ऐसे लोगों से महिला की पहचान गुप्त रखने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी देने को कहा, जिनके साथ वह बात नहीं करना चाहती हैं. आयोग ने कुछ डेटिंग साइटों का उदाहरण भी दिया है, जहां केवल महिला ही बातचीत शुरू कर सकती हैं. इसको लेकर वैवाहिक पोर्टलों से पूछा है कि क्या वे महिला यूजर को अनचाही स्थिति से बचाने के लिए ऐसी व्यवस्था रखते हैं. आयोग ने पोर्टलों को 12.08.2022 तक जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है. 


दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने कहा कि जहां हजारों लोग अपने जीवन साथी की तलाश के लिए मैट्रिमोनियल पोर्टल्स का उपयोग करते हैं. वहां धोखाधड़ी और उत्पीड़न को रोकने के लिए सिस्टम होना चाहिए. यह कैसे संभव हुआ कि एक आदमी इन पोर्टलों के माध्यम से 27 शादियां करने में सफल रहा. हमने नोटिस जारी किए हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास करेंगे कि इन पोर्टलों पर महिलाओं के खिलाफ किसी भी तरह के अपराध को रोकने के लिए उचित सुरक्षा उपाय किए जाएं.