मनीष हत्याकांड : फिर सुलग सकती है उत्तर-पूर्वी दिल्ली, VHP ने उपराज्यपाल को पत्र लिखकर रखी मांगें
विश्व हिंदू परिषद ने एलजी को संबोधित करते हुए कहा कि मनीष के परिवार को दिल्ली सरकार द्वारा तुरंत एक करोड़ रुपये का अनुदान दिलाने और परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की.
नई दिल्ली: उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सुंदर नगरी इलाके में केस वापस न लेने पर पिछले शनिवार को मनीष नाम के युवक की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई थी. सीसीटीवी फुटेज में फैजान, बिलाल और आलम मनीष पर हमला करते देखे गए थे. आज इस मामले ने विश्व हिंदू परिषद् (VHP) ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखा.
संगठन ने पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने समेत कई मांगें रखीं और उनके पूरे न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी. पत्र के मुताबिक विश्व हिंदू परिषद धार्मिक क्षेत्र में काम करने वाला देश का सबसे बड़ा राष्ट्रवादी संगठन है और संपूर्ण देश में राष्ट्रीय अलख जगाने का कार्य करता है. विगत दिनों उत्तरी पूर्वी दिल्ली के सुंदर नगरी क्षेत्र में कुछ जिहादी तत्वों द्वारा निर्दोष युवक मनीष की निर्मम हत्या कर दी गई, जिससे संपूर्ण दिल्ली में रोष का वातावरण है.
ये भी पढ़ें : गुरुग्राम में बरसाती तालाब में डूबने से 6 बच्चों की मौत, सरकार ने की मुआवजे की घोषणा
एलजी को संबोधित करते हुए विश्व हिंदू परिषद (VHP) यमुना विहार विभाग ने दिवंगत मनीष के परिवार को दिल्ली सरकार द्वारा तुरंत एक करोड़ रुपये का अनुदान दिलाने और परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की. मनीष के परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई जाए. सुंदर नगरी और नंद नगरी में अवैध रूप से बूचड़खाना, कबाड़ी का काम, चोरी की गाड़ियां काटने का काम और नशे का अवैध कारोबार होता है, इस पर तुरंत रोक लगाई जाए.
हिंदू अल्पख्यकों को दी जाए सुरक्षा
विहिप ने एलजी से कहा कि नंद नगरी सुंदर नगरी क्षेत्र में रहने वाले हिंदू उस क्षेत्र में अल्पसंख्यक हो गए हैं, उनकी सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की जाए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं दोबारा न हो. इस क्षेत्र में और पूरी दिल्ली में धर्मांतरण के लिए असामाजिक शक्तियां सक्रिय हैं, इस पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाई जाए. विश्व हिंदू परिषद ने इन सभी मांगों पर तुरंत प्रभाव से कार्रवाई करने का अनुरोध किया और साथ ही चेतावनी दी कि ऐसा न होने पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
इससे पहले फरवरी 2020 में उत्तर पूर्व दिल्ली का जाफराबाद इलाका सांप्रदायिक हिंसा की आग में झुलस उठा था. इस दौरान हुए दंगों में 53 लोग मारे गए थे और 200 से अधिक लोग घायल हुए थे.