Cyclone Midhili: बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव चक्रवाती तूफान में बदल गया है, जिसे मालदीव द्वारा 'मिधिली' नाम दिया गया है. इसकी वजह से कई राज्यों में बारिश हो सकती है.
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Cyclone Midhili: बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव चक्रवाती तूफान में बदल गया है, जो तेजी के साथ उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर आगे बढ़ रहा है. इस तूफान को मिधिली का नाम दिया गया है, जो 17 नवंबर की शाम को 60-70 किमी प्रति घंटे से 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवा के साथ खेपुपारा के करीब बांग्लादेश तट को पार कर सकता है. इस तूफान की वजह से देश के कई हिस्सों में बारिश की संभावना है.
Cyclonic circulation Midhili is likely to move north-northeastwards and cross Bangladesh coast close to Khepupara with a wind speed of 60-70 kmph gusting to 80 kmph evening of 17th Nov: India Meteorological Department (IMD)
— ANI (@ANI) November 17, 2023
मालदीव द्वारा दिया गया नाम
चक्रवाती तूफान को मालदीव द्वारा 'मिधिली' नाम दिया गया है. दरअसल,अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के चक्रवातों से प्रभावित देश बारी-बारी से चक्रवातों का नामकरण करते हैं. इस बार मालदीव ने चक्रवात को मिधिली नाम दिया है.
मौसम विभाग की तरफ से चक्रवाती तूफान मिधिली को लेकर जारी किए गए अपडेट के अनुसार, 'गुरुवार को दवाब के क्षेत्र ने मजबूत होकर गहरे दबाव क्षेत्र का रूप ले लिया है. गुरुवार को सुबह यह तूफान आंध्रप्रदेश के विशाखापत्तनम के पूर्व-दक्षिणपूर्व में करीब 390 किलोमीटर और ओडिशा में पारादीप के दक्षिण-दक्षिणपूर्व में 320 किलोमीटर की दूरी पर था. जिसने 24 घंटे में मजबूत होकर चक्रवाती तूफान का रूप ले लिया है. शनिवार सुबह तक इस तूफान के बांग्लादेश तट को पार कर लेने की आशंका जताई जा रही है.'
इन हिस्सों में भारी बारिश का अनुमान
मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए अनुमान के मुताबिक चक्रवाती तूफान मिधिली का असर ओडिशा के तटीय जिलों, पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों, त्रिपुरा, मिजोरम, नगालैंड, मणिपुर, असम और मेघालय सहित आस-पास के कई राज्यों में देखने को मिल सकता है. तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है, वहीं 40-70 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चलने का भी अनुमान है. 20 नवंबर तक तमिलनाडु में कुछ स्थानों पर भी हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. क्रवाती तूफान मिथिली को देखते हुए मछुआरों को भी 18 नवंबर तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है. हालांकि, इस तूफान का दिल्ली में कोई असर देखने को नहीं मिलेगा.