New Delhi: भारत सरकार ने किसानों को बड़ा तोहफा दिया है. रबी की फसलों की बुवाई से पहले सरकार किसानों के लिए एक सौगात लेकर आई है. इसमें सरकार फॉस्फोटिक और पोटासिक खाद पर 51,875 करोड़ रुपये की सब्सिडी दे रही है. इसके बाद से किसानों को उर्वरकों में सब्सिडी मिलेगी. किसानों को नाइट्रोजन (N) 98.02, फास्फोरस (P) 66.93, पोटाश (K) 23.65, सल्फर (S) 6.12 रुपये प्रति किलोग्राम की सब्सिडी मिलेगी. इससे किसानों को कम लागत में सहीं मात्रा में उर्वरक मिल सकेंगे, जिससे फसलों के उत्पादन में बढ़ोतरी होगी.


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बता दें कि सरकार ने 1 अक्टूबर 2022 से 31 मार्च 2023 तक की फसलों के लिए सब्सिडी जारी करेगी. इसके लिए सरकार को 51,875 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे. सभी फॉस्फेट और पोटास उर्वरक रियायती/किफायती कीमतों पर मिलने से किसानों को काफी सहायता होगी. उर्वरकों और कच्चे माल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में हुए इजाफे को केंद्र सरकार वहन कर रही है. ताकि किसानों को उर्वरक खरीदने के लिए अतिरिक्त राशि न देनी पड़े.


भारत सरकार ने किसानों को पिछली तिमाही में फॉस्फोटिक और पोटासिक खाद पर 60939.23 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी थी. इस दौरान सरकार किसानों को रियायती मूल्य पर फॉस्फेट और पोटास उर्वरकों के लिए यूरिया और 25 ग्रेड उर्वरक उपलब्ध करा रही थी. फॉस्फेट और पोटास उर्वरकों पर सब्सिडी देने की प्रकिया 01 अप्रैल 2010 से जारी है. इसके तहत फर्टिलाइजर कंपनियों को स्वीकृत दरों के अनुसार सब्सिडी जारी की जाएगी, ताकि वे किसानों को सस्ती कीमतों पर उर्वरक दे सकें. 


बता दें कि आज के दौर में भी देश के कई राज्यों में खाद की किल्लत देखने को मिलती है. उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों से खाद की किल्लत को लेकर झड़प की खबरें सामने आती रहती हैं. वहीं सरकार के अनुसार वह खाद वितरण केंद्रों पर समुचित मात्रा में उर्वरक की सप्लाई कर रहे हैं.