नेशनल हेराल्ड केस (National Herald Case) में राहुल गांधी सोमवार यानी की आज सुबह ED मुख्यालय में पेश हुए हैं. ED ने राहुल गांधी से पूछताछ के लिए सवालों की लंबी लिस्ट तैयार की है. राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद है. वहीं इस मामले में ED ने सोनिया गांधी को 23 जून को पेश होने के लिए कहा है. तो चलिए जानते हैं किया नेशनल हेराल्ड केस और क्यों चर्चा में आया.
Trending Photos
नई दिल्लीः नेशनल हेराल्ड केस (National Herald Case) में राहुल गांधी सोमवार यानी की आज सुबह ED मुख्यालय में पेश हुए हैं. ED ने राहुल गांधी से पूछताछ के लिए सवालों की लंबी लिस्ट तैयार की है. राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद है. वहीं इस मामले में ED ने सोनिया गांधी को 23 जून को पेश होने के लिए कहा है. तो चलिए जानते हैं क्या है नेशनल हेराल्ड केस और क्यों चर्चा में आया.
जानें, क्या है नेशनल हेराल्ड मामला?
बता दें कि 2012 में बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्रायल कोर्ट में पिटीशन दायर कर आरोप लगाया था. उनका कहना था कि कुछ कांग्रेसी नेता गलत तरीके से यंग इंडिया लिमिटेड के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) का अधिग्रहण किया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि ये सारा मामला दिल्ली के बहादुर शाह जफर मार्ग स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपए की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया था.
ये भी पढ़ेंः कांग्रेस ने यंग इंडिया को लोन क्यों दिया, जानें क्या है कनेक्शन? 3 अधिकारी पूछताछ में मौजूद
यहां समझें पूरा मामला?
1. जब जवाहर लाल नेहरू ने 1938 में Associate Journal Limited नाम से एक कंपनी बनाई थी. यह कंपनी नेशनल हेराल्ड नाम से एक अखबार पब्लिश करती थी. उन दिनों यह कंपनी अखबार निकाला करती थी और यहीं वजह थी कि कई शहरों में इसे सस्ते दामों पर सरकार से जमीन मिल गई.
2. इसके बाद आरोप लगा की सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने मिलकर एक ऐसी कंपनी बनाई, जिसका उद्देश्य बिजनेस करना नहीं, बल्कि कंपनी के जरिए (AJL) को खरीदकर उसकी 2 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति को अपने नाम करना था.
3. इसके बाद 26 फरवरी, 2011 में 5 लाख रुपये की लागत से यंग इंडिया कंपनी बनाई गई, जिसमें सोनिया और राहुल की 38-38% की हिस्सेदारी है. इसके अलावा 24% की हिस्सेदारी कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडीज के पास थी और अब दोनों ही इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं.
4. बता दें कि यंग इंडिया कंपनी ने एसोसिएट जर्नल लिमिटेड (AJL) की 90 करोड़ की देनदारियों का जिम्मा लिया था. इसका सीधा सा मतलब है कि उसका लोन चुकाने की जिम्मेदारी ली थी.
5. इसके बाद AJL के 10-10 रुपए के नौ करोड़ शेयर 'यंग इंडियन' को वापल लौटा दिया था. 9 करोड़ शेयर के साथ यंग इंडियन को इस कंपनी के 99% शेयर मिल गए.
6. बाद में कांग्रेस ने 90 करोड़ का लोन माफ कर दिया. इस तरह राहुल-सोनिया गांधी की कंपनी 'यंग इंडिया' को मुफ्त में मालिकाना हक मिल गया.
नेशनल हेराल्ड मामले में ये भी हैं आरोपी
आपको बता दें कि नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया और राहुल गांधी समेत कई कांग्रेसी नेताओं का नाम शामिल है. जैसेः- मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीज, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे का नाम शामिल है. इनमें से मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नाडिस अब इस दुनिया में नहीं हैं.
WATCH LIVE TV