Panchkula News: शादी और बच्चों के बाद भी पिंकी जांगड़ा ने नहीं मानी हार, श्रीनगर में जीता गोल्ड
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Panchkula News: शादी और बच्चों के बाद भी पिंकी जांगड़ा ने नहीं मानी हार, श्रीनगर में जीता गोल्ड

Panchkula News: बरवाला के गांव रिहौड़ के एक गरीब परिवार से उठकर खेल की दुनिया में अपनी पहचान बनाने वाली पिंकी जांगडा ने 80 किलो लेफ्ट व राइट राष्ट्रीय स्तरीय आर्म रेस्लिंग प्रतियोगिता श्रीनगर में पहले स्थान व दूसरे स्थान में गोल्ड मेडल अपने नाम किया है.

Panchkula News: शादी और बच्चों के बाद भी पिंकी जांगड़ा ने नहीं मानी हार, श्रीनगर में जीता गोल्ड

Panchkula News: बरवाला के गांव रिहौड़ के एक गरीब परिवार से उठकर खेल की दुनिया में अपनी पहचान बनाने वाली पिंकी जांगडा रिहौड़ के 23 मई से 26 तक चलने वाली 80 किलो लेफ्ट व राइट राष्ट्रीय स्तरीय आर्म रेस्लिंग प्रतियोगिता श्रीनगर में पहले स्थान व दूसरे स्थान में गोल्ड मेडल जीतने पर सरपंच नेहा रिहोड, पूर्व सरपंच लक्ष्मण बतौड ओर भारी संख्या में ग्रामीणों ने गांव रिहौड़ में पहुंचने पर सम्मानित किया. इस मौके पर सरपंच नेहा रिहौड़ ने अपने निजी फंड से राशि देकर महिला खिलाड़ी पिंकी जांगडा रिहौड़ का मान समान बढ़ाते हुए आगे बढ़ने का हौसला दिया.

पूर्व सरपंच लक्ष्मण बतौड व पूर्व सरपंच अमित शर्मा ने कहा कि गांव रिहौड़ के एक गरीब परिवार से ऊपर उठकर खेल की दुनिया में अपनी पहचान बनाने वाली पिंकी जांगडा की बदौलत आज गांव व इलाके का नाम रोशन हो रहा है. जो गरीब परिवार से समबंधित होने के बावजूद भी कुछ कर गुजरने का सपना पाले हुए हैं. पिंकी जांगडा रिहौड़ अपने दृढ़ इच्छाशक्ति की वजह से जिंदगी में कामयाबी हासिल करना चाहती है. खिलाड़ी पिंकी जांगडा ने कहा कि मेरे चार बच्चे हैं.

पिंकी जांगड़ा के चारों बच्चे अभी अपनी पढ़ाई पूरी कर रहे हैं पिंकी जांगड़ा की एक बेटी है जो b.a. सेकेंड ईयर में पढ़ाई कर रही है. 36 साल की उम्र में पिंकी ने अपने सपने को पूरा करने के लिए घर परिवार को छोड़कर मेहनत की है और उसका फल भी आज उन्हें मिल गया है. पिंकी जांगड़ा ने कहा कि मेरे पति राज मिस्त्री का काम करते हैं. उन्होंने कहा कि मैं पंजाब स्थित दी ग्रेट खली की अकेडमी जलंधर में प्रैक्टिस कर रही हूं.

उन्होंने आगे कहा कि मुझे बचपन से ही खेलने का बहुत शौक था. आज मुझे सरपंचों व समाज सेवियों द्वारा जो मान समान दिया गया ये हौसला मुझे आगे बढ़ने की ताकत देगा और मुझे अपने गांव व शहर का नाम रोशन करने का मौका मिलेगा. उन्होंने कहा कि इस बार आने वाली वर्ल्ड खेल प्रतियोगता रेश्लिंग में मेरा नंबर पड़ गया है मुझे सरकार व समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग की जरुरत है.

(इनपुटः दिव्या राणा)

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