Rashtrapati Bhavan Mughal Garden: राष्ट्रपति भवन का मुगल गार्डन अब‘अमृत उद्यान’ (Amrit Udyan) के नाम से जाना जाएगा. शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उप प्रेस सचिव नविका गुप्ता ने इस बात की जानकरारी दी कि आजादी के अमृत महोत्सव में मुगल गार्डन अब अमृत उद्यान के नाम से जाना जाएगा, साथ ही ये भी बताया कि रविवार को राष्ट्रपति मुर्मू अमृत उद्यान का उद्घाटन करेंगी. 


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31 जनवरी से लोगों के लिए खोला जाएगा
 मुगल गार्डन (अमृत उद्यान) को हर साल बसंत के मौसम में आम जनता के लिए खोला जाता है, सबसे पहले इसे देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने आम लोगों के लिए खुलवाया था. राष्ट्रपति मुर्मू के अमृत उद्यान का उद्घाटन करने के बाद 31 जनवरी को इसे आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा. 26 मार्च तक अमृत उद्यान आम लोगों के लिए खुला रहेगा.  


अमृत उद्यान के विशेष आकर्षण
15 एकड़ में फैले अमृत उद्यान में 138 तरह के गुलाब, 10 हजार से ज्यादा ट्यूलिप बल्ब सहित 5 हजार से ज्यादा मौसमी फूलों की प्रजातियां हैं. इसके साथ ही उद्यान में फूलों के बारे में जानकारी देने के लिए लोगों मौजूद रहेंगे और सभी पेड़ों पर QR Code भी लगाए जाएंगे, जिसको स्कैन करके लोग फूलों के बारे में जानकारी ले पाएंगे. 


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आम लोग मंगलवार से रविवार तक हफ्ते के 6 दिन अमृत उद्यान का दीदार कर सकेंगे. वहीं राष्ट्रपति भवन बुधवार से रविवार तक हफ्ते में 5 दिन ही खुला रहेगा. वहीं 8 मार्च को होली के दिन भी अमृत उद्यान बंद रहेगा.अमृत उद्यान 28 मार्च को किसानों के लिए, 29 को दिव्यांगों और 30 मार्च को विशेष रूप से सेना के लिए खोला जाएगा.


100 साल से ज्यादा पुराना है इसका इतिहास
अमृत उद्यान (मुगल गार्डन) का डिजाइन साल 1917 में ही तैयार कर लिया गया था, लेकिन 1928-1929 में इसमें पौधे लगाने का काम किया गया. लुटियंस की पत्नी ने इस उद्यान के बारे में कहा है कि यह एक 'पैराडाइस' से कम नहीं, अर्थात किसी स्वर्ग से कम नहीं.