Haryana News: कुश्ती संघ और पहलवानों के विवाद के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी सुबह सवेरे बहादुरगढ़ के गांव छारा पहुंचे. यहां राहुल गांधी ने अखाड़े में पहलवानों के साथ जोर आजमाइश की. ओलंपिक खिलाड़ी बजरंग पुनिया के साथ राहुल गांधी ने मेट पर कुश्ती की और कुश्ती की टेक्निक भी सीखी. राहुल गांधी ने पहलवानों के डेली रूटीन के बारे में जानकारी ली. पहलवान कहां रहते हैं, कैसे प्रैक्टिस करते हैं और क्या खाते पीते हैं, सब कुछ उन्होंने नजदीकी से देखा.


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उन्होंने पहलवानों के साथ मेट पर बैठकर बातचीत भी की. इतना ही नहीं मौजूदा कुश्ती संघ विवाद पर भी खिलाड़ियों से जमकर चर्चा की. कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर से अपने नए अंदाज में दिखाई दिए. इस बार राहुल गांधी बहादुरगढ़ के छारा गांव स्थित लाल दीवान चंद आधुनिक कुश्ती एवं योग केंद्र में पहुंचे. यह वही अखाड़ा है जहां से ओलंपियन खिलाड़ी बजरंग पूनिया और अंतरराष्ट्रीय पहलवान दीपक पूनिया ने अपने कुश्ती के खेल की शुरुआत की थी. सुबह सवेरे अचानक राहुल गांधी का काफिला अखाड़े के बाहर आकर रुका. इससे ठीक पहले ओलंपियन खिलाड़ी बजरंग पुनिया अखाड़े में पहुंचे.


उन्होंने भी किसी को राहुल गांधी के आने के बारे में सूचना नहीं दी थी. एकदम से राहुल गांधी को अपने बीच देखकर पहलवान बेहद खुश हुए. राहुल गांधी ने यहां पहलवान बजरंग पूनिया के साथ मेट पर कुश्ती भी की और पहलवानों के साथ एक्सरसाइज कर जमकर पसीना बहाया. पहलवान बजरंग पूनिया ने बताया कि वह अखाड़े में पहलवानों की दैनिक दिनचर्या के बारे में जानकारी लेने पहुंचे थे.


अखाड़े के संचालक एवं पहलवान बजरंग पूनिया और दीपक पूनिया के कोच आर्य वीरेंद्र दलाल ने बताया कि राहुल गांधी अचानक से उनके अखाड़े में आए तो पहलवान उन्हें देखकर बहुत खुश हुए. राहुल गांधी ने भी बेहद सादगी के साथ मेट पर बैठकर पहलवानों के साथ कुश्ती की टेक्निक सखी और उन्होंने बाजरे की रोटी और सरसों के साग का स्वाद भी चखा. कोच आर्य वीरेंद्र दलाल ने बताया कि राहुल गांधी से मौजूद कुश्ती संघ विवाद पर भी जमकर चर्चा हुई.


उनका कहना है कि इस विवाद के चलते खिलाड़ियों का भी काफी नुकसान हुआ है. पहलवान मानसिक रूप से परेशान है. उन्होंने बताया कि राहुल गांधी ने भी उन्हें कहा है कि सरकार को खिलाड़ियों की बातें सुननी चाहिए. अखाड़े में पहलवानों का खाना बनाने वाला खानसामा भी राहुल गांधी को अपने हाथ से बनाई रोटी खिलाकर बेहद खुश है.



उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने हाथ से चूल्हे पर बने बाजरे की रोटी देसी घी और सरसों के साग के साथ राहुल गांधी को खिलाई है. साथ में उन्हें खाने के लिए मूली भी दी. राहुल गांधी ने भी उनके साथ बात की और पूछा कि पहलवान कैसा खाना खाते हैं. अखाड़े के कुक ने बताया कि देश की इतनी बड़ी शख्सियत पहलवानों के बीच पहुंची तो उन्हें इस बात की बेहद खुशी है.


राहुल गांधी झज्जर के छारा गांव में स्थित इस अखाड़े में करीब ढाई घंटे तक रुके. इस दौरान कोई भी कांग्रेसी नेता या कार्यकर्ता अखाड़े में नहीं पहुंचा. राहुल गांधी के इस कार्यक्रम की सूचना किसी कांग्रेस नेता को शायद नहीं दी गई थी. राहुल गांधी को जाते समय पहलवानों ने ताजा मूली और खेत से तोड़कर लाये ताजा गन्ने भी भेंट किए.


(इनपुटः सुमित कुमार)