Wrestlers Protest: जतंर-मंतर से हरियाणा की सियासत तक इन दिनों पहलवानों का प्रदर्शन चर्चा में है. हाल ही में बजरंग पूनिया ने खाप द्वारा आयोजित महापंचायत में खिलाड़ियों की महापंचायत करने का ऐलान किया था. जिसके बाद आज दो बड़ी खबर सामने आईं. पहली खबर नाबालिग पीड़िता की ओर से सामने आई जिसमें कहा गया कि उसने अपना बयान वापस ले लिया है, हालांकि बाद में इस खबर को गलत बताया गया. अब दूसरी बड़ी खबर साक्षी मलिक को लेकर आई है कि उन्होंने वापस अपनी रेलवे की नौकरी ज्वाइन कर ली है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बजरंग पूनिया का डर
रविवार को सोनीपत में पहलवानों के समर्थन में महापंचायत का आयोजन किया गया था, जिसमें बजरंग पूनिया ने खिलाड़ियों की महापंचायत करने का ऐलान किया था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि 28 मई को दिल्ली पुलिस द्वारा पहलवानों के साथ जो किया गया उससे साक्षी और विनेश टूट गए हैं. इसके अगले ही दिन खबर सामने आई है कि साक्षी ने अपनी रेलवे की नौकरी ज्वाइन कर ली है. 


शनिवार को हुई अमित शाह से मुलाकात
साक्षी मलिक के इस फैसले को अमित शाह से हुई मुलाकात से भी जोड़कर देखा जा रहा है. हाल ही में पहलवानों ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी, जो लगभग 2 घंटे तक चली थी. हालांकि मुलाकात के बाद साक्षी मलिक के पति सत्यव्रत कादियान ने इस बात की पुष्टि की थी कि पहलवानों और गृहमंत्री के बीच हुई बैठक बेनतीजा रही.


साक्षी और बजरंग दोनों को भारतीय रेलवे में OSD (खेल) के पद पर फिर से नियुक्त कर दिया गया 



 


साक्षी का ट्वीट
रेलवे की नौकरी ज्वाइन करने के बाद इस बात के कयास लगना शुरू हो गए थे कि साक्षी मलिक ने पहलवानों के प्रदर्शन से अपने पैर खींच लिए हैं, जिसके बाद साक्षी ने ट्वीट करते हुए कहा कि 'ये खबर बिलकुल ग़लत है। इंसाफ़ की लड़ाई में ना हम में से कोई पीछे हटा है, ना हटेगा। सत्याग्रह के साथ साथ रेलवे में अपनी ज़िम्मेदारी को साथ निभा रही हूँ। इंसाफ़ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है। कृपया कोई ग़लत खबर ना चलाई जाए।'