Sonipat News: राजधानी दिल्ली के बाद अब हरियाणा में भी आई फ्लू और स्किन इंफेक्शन के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. सोनीपत में एक दिन में आई फ्लू के 400 से ज्यादा मरीज अस्पताल में इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. वहीं स्किन इंफेक्शन के मरीजों में दोगुना इजाफा हुआ है. बाढ़ के कहर के बीच लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. 


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सोनीपत में त्वचा संबंधित रोग, आंखों में इंफेक्शन और आई फ्लू के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. गर्मी के मौसम में जहां स्किन ओपीडी में 100-150 मरीज हर दिन आते थे, वहीं अब मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है.  स्किन ओपीडी में हर दिन 250-300 मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं. वहीं मौजूदा समय में आंखों में इंफेक्शन व आई फ्लू के मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है. हॉस्पिटल में आंखों से संबंधित बीमारियों के मरीजों की संख्या 400 के पार हो गई है. 


दरअसल, मानसून की दस्तक के बाद से कई राज्यों में तेज बारिश देखने को मिली, जिसकी वजह से Delhi-NCR, हरियाणा सहित कई राज्यों में बाढ़ आ गई. जलभराव और गंदगी की वजह से तेजी से स्किन इंफेक्शन और आई फ्लू के मरीजों की संख्या बढ़ रही है. मिली जानकारी के अनुसार, आंखों की समस्या लेकर अस्पताल आने वाले 90% मरीजों को आई फ्लू है. 


आई फ्लू के लक्षण
आंखों में जलन, आंखों का लाल रहना, आंखों से सफेद पानी का निकलना और आंखों में रोशनी की भी दिक्कत होना, ये सभी लक्षण आई फ्लू के हैं. ऐसे मरीजों के सीधे संपर्क में आने से उनका परिवारभी इस बीमारी का शिकार हो सकता है. आई फ्लू का संक्रमण एक हफ्ते तक सक्रिय रहता है. ॉ


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आई स्पेशलिस्ट डॉक्टर ने बताया संक्रमण से बचने के लिए एक-दूसरे से आई कांटेक्ट नहीं करना चाहिए, वहीं एक-दूसरे से हाथ मिलाना और सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचने की भी सलाह दी. आंखों को बार-बार छूने से भी संक्रमण बढ़ सकता है, ऐसे में हाथों को बार-बार धोने के साथ-साथ सैनिटाइजर का प्रयोग करें. वहीं जिन लोगों को आई फ्लू के लक्षण नहीं है वो पहले से सुरक्षा के तौर पर आंखों में साधारण एंटीबायोटिक प्रयोग करें. बच्चों में अगर इस प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं तो बच्चों को स्कूल जाने से रोकना चाहिए. क्योंकि यह एख बच्चे से दूसरे बच्चें में फैलने का खतरा रहता है. 


वहीं दूसरी तरफ स्किन ओपीडी में भी लगातार मरीज बढ़ रहे हैं. बारिश के सीजन में कई प्रकार के कीड़े-मकोड़े उत्पन्न हो जाते हैं , जिनके काटने के बाद इंफेक्शन बढ़ रहा है. घमौरियां और पसीने के कारण भी स्किन प्रॉब्लम ज्यादा बढ़ रहीं हैं. इससे बचने के लिए डॉक्टर शरीर के प्रत्येक अंग को कपड़े से ढक कर रखने और हवादार जगहों पर रहने की सलाह दे रहे हैं. वहीं मरीजों को धूप-धूल से भी बचकर रहना चाहिए. 


Input- Sunil Kumar