Vakil Hasan News: टनल में फंसे मजदूरों को बचाने वाले वकील हसन ने डीडीए द्वारा दी गई ईडब्ल्यूएस मकान की पेशकश को ठुकरा दिया है. वकील हसन उसी जगह पर मकान बनाने की मांग पर अड़ गए हैं. जहां पर उनका मकान था.


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श्री राम कॉलोनी में रहते थे
दरअसल, वकील हसन उत्तर पूर्वी जिले के खजूरी खास अंतर्गत श्रीराम कॉलोनी में परिवार के साथ रहते थे. बुधवार को डीडीए ने खजूरी खास इलाके में अवैध रूप से बने मकान पर कार्रवाई की, जिसके जद में वकील हसन का मकान भी आ गया. डीडीए के दस्ते ने वकील हसन के मकान पर बुलडोजर चलाकर उसे जमींदोज कर दिया.


डीडीए पर लगाया गंभीर आरोप
इस कार्रवाई के बाद वकील हसन के परिवार के तरफ से डीडीए पर गंभीर आरोप लगाया गया. उन्होंने कहा कि बिना किसी नोटिस के डीडीए ने कार्रवाई की. घर तोड़ने के दौरान बच्चों के साथ मारपीट की गई. वकील हसन और उनके बच्चों को थाने में बंद कर दिया गया. वकील हसन के परिवार ने सरकार पर भी सवाल उठाया.


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उपराज्यपाल संग पहुंचे मनोज तिवारी
मामले का संज्ञान में आने के बाद उपराजपाल वी.के सक्सेना और उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने वकील हसन को मकान देने का भरोसा जताया.
इसके बाद डीडीए की तरफ से वकील हसन से संपर्क किया गया और उन्हें नरेला में ईडब्ल्यूएस फ्लैट देने का ऑफर दिया गया. इस ऑफर को वकील हसन ने ठुकरा दिया. उनका कहना है की वह अपने ही मकान में रहना चाहते हैं. ऐसे में जहां पर उनका मकान था. वहीं, पर उन्हें घर बना कर दिया जाए.


सुरंग में फंसे मजदूरों को निकाला था बाहर
आपको बता दें कि 12 नवंबर को उत्तरकाशी चार धाम प्रोजेक्ट के तहत बन रही सिल्कियारा टनल निर्माण के दौरान हादसा हो गया था. इस हादसे में 41 मजदूर फंस गए थे, जिसके बाद मजदूरों को निकालने के लिए काफी प्रयास किया गया, लेकिन पूरी सफलता नहीं मिली. इसके बाद आखिर में रैट माइनर्स वकील हसन अपने साथियों के साथ उत्तरकाशी पहुंचे और टनल में फंसे मजदूरों को निकालने में जुड़ गए. तकरीबन 21 घंटे के अंदर हाथ से 10 से 12 मीटर की खुदाई कर रैट माइनर्स सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने में सफल हो गए.


INPUT-  Rakesh Chawla