World 1st Humanoid Robot: दक्षिण कोरिया ने दुनिया का पहला ह्यूमनॉइड रोबोट पायलट (PIBOT) बनाया है, जो पायलट की तरह उसकी सीट पर बैठकर काम कर सकता है. फ्लाइट सिम्युलेटर का उपयोग करके इसकी सफल टेस्टिंग की जा चुकी है और जल्द ही इसका उपयोग भी शुरू किया जा सकता है.
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World 1st Humanoid Robot: लोग एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए कार, ट्रेन, फ्लाइट जैसे कई साधनों का उपयोग करते हैं. फ्लाइट में जाने वाले लोगों के जिंदगी की डोर पायलट के हाथों में होती है. आपने 'नजर हटी, दुर्घटना घटी' वाली कहावत तो सुनी होगी, फ्लाइट में भी ऐसा ही कुछ होता है. किसी भी वाहन में सफर करने के दौरान सुरक्षा का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है. फिलहाल हम आपको जो बताने वाले हैं वो इन सब कहानियों से थोड़ा अलग है. आज हम आपको दुनिया के पहले रोबोट ह्यूमनॉइड पायलट के बारे में बताने जा रहे हैं, जो किसी भी फ्लाइट को बिना पायलट के उड़ा सकता है या यूं कहे ये खुद ही पायलट है.
क्या है रोबोट ह्यूमनॉइड पायलट?
दक्षिण कोरिया ने दुनिया का पहला ह्यूमनॉइड रोबोट पायलट (PIBOT) बनाया है, जो पायलट की तरह उसकी सीट पर बैठकर काम कर सकता है. यही नहीं ये कॉकपिट में स्विच बदलने के लिए अपने हाथों का उपयोग भी कर सकता है. AI तकनीक पर बनाया गया PIBOT उड़ान चार्ट और आपातकालीन प्रोटोकॉल सहित सभी चीजों को याद रख सकता है.
PIBOT को कोरियाई एडवांस्ड इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (KAIST) के शोधकर्ताओं द्वारा तैयार किया गया है, इसे चैटजीपीटी चलाने वाली तकनीक के साथ शामिल किया गया है. ये दुनिया भर के जेप्पेसेन वैमानिकी नेविगेशन चार्ट को याद रख सकता है, जो किसी भी इंसान के लिए कर पाना संभव नहीं है. इसके साथ ही PIBOT ने क्विक रेफरेंस हैंडबुक (QRH) को भी याद कर लिया है, जिससे किसी भी तरह आपात स्थिति में यह काम कर सकता है.
वैज्ञानिकों ने की सफल टेस्टिंग
PIBOT को तैयार करने वाले शोधकर्ताओं ने फ्लाइट सिम्युलेटर का उपयोग करके PIBOT की Taxiing, टेकऑफ (Takeoff), क्रूजिंग (Cruising), साइकलिंग (Cycling) और लैंडिंग (Landing) क्षमताओं की टेस्टिंग पूरी कर ली है. जल्द ही PIBOT का उपयोग उड़ान में पायलट की जगह पर किया जा सकता है.