ED raids Satyendra Jain's close ones: AAP नेता और दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra Kumar Jain) पिछले कुछ दिनों से जेल में बंद हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि ED उनकी मुसीबतें और बढ़ा सकती है. हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय ने सत्येंद्र जैन के करीबियों के यहां छापेमारी कर बड़ी मात्रा में गोल्ड और कैश बरामद किया. 


ED ने की ताबड़तोड़ छापेमारी



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बीते दिन ED ने 7 ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसमें प्रकाश ज्वैलर के यहां से 2.23 करोड़ कैश मिला, वैभव जैन के ठिकानों से 41.5 लाख कैश और 133 सोने के सिक्के मिले. वहीं एक अन्य करीबी जीएस मथारू के यहां से ED को 20 लाख रुपये की नकदी मिली.


फ्रॉड मामले में लंबा कनेक्शन


बता दें कि एजेंसी ने सत्येंद्र जैन को 30 मई को अरेस्ट किया था और फिलहाल 9 जून तक पूछताछ के लिए वो ED की हिरासत में हैं. एजेंसी ने आय से अधिक संपत्ति मामले में मनी लॉड्रिंग कानून के तहत ये गिरफ्तारी की थी. हिरासत में हुई पूछताछ के आधार पर एजेंसी ने सत्येंद्र जैन, उनकी पत्नी पूनम जैन, अंकुश जैन, वैभव जैन, नवीन और सिद्धार्थ जैन के अलावा जी एस माथरू और योगेश जैन के ठिकानों पर ये छापेमारी की. अंकुश, वैभव, नवीन, सिद्दार्थ जैन और योगेश जैन राम प्रकाश ज्वैलर के डायरेक्टर हैं. योगेश जैन अंकुश जैन के ससुर हैं. इसके अलावा जी एस माथरू लाला शेर सिंह जीवन विज्ञान ट्रस्ट के चेयरमैन हैं, जो Prudence School चलाती हैं. इस ट्रस्ट में अंकुश के ससुर योगेश जैन भी डायरेक्टर हैं. ED और CBI ने सत्येंद्र जैन के खिलाफ जो मामला दर्ज किया है उसमें अंकुश जैन और वैभव भी आरोपी हैं.


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ऐसे की गई पैसों की हेरा फेरी


वैभव जैन ने एजेंसी को 27 फरवरी 2018 को दिए बयान में बताया कि सत्येंद्र जैन ने इन कंपनियों में निवेश यानी शेयर होल्डिंग दिखाने के लिए पैसे दिए थे. जांच में राजेंद्र बंसल, जिवेंद्र मिश्रा और सत्येंद्र जैन के CA जे पी मोहता ने बताया कि पहले दिल्ली से कोलकाता हवाला के जरिए पैसों को भेजा गया और फिर कमीशन के बदले इन पैसों को कोलकाता की शैल कंपनियों के जरिए सत्येंद्र जैन की इन चारों Akinchan Developers Pvt Ltd, Paryas Infosolution Pvt Ltd, Mangalayatan Projects Pvt Ltd और J J Ideal Estate कंपनियों में निवेश किया गया और फिर इन पैसों से दिल्ली में खेत यानी Agriculture Land खरीदी गई. खुद सत्येंद्र जैन ने दिल्ली के कराला में जमीन खरीदने के लिए Prayas Infosolution Pvt Ltd के नाम पर 13-06-2011, 17-06-2011, 03-01-2012 और 06-01-2012 को पेपर साइन किए थे.


CBI ने की संपत्ति अटैच


CBI इस मामले में अपनी जांच कर 3 दिसंबर 2018 में सत्येंद्र जैन, उनकी पत्नी पूनम जैन, अजीत प्रसाद जैन, सुनील कुमार जैन, वैभव जैन और अंकुश जैन के खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है. इसके अलावा ED ने भी सत्येंद्र जैन की कंपनियों के 4.81 करोड़ रुपये की संपति 31 मार्च 2022 को अटैच की थी.



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