नई दिल्‍ली: भारत के खिलाफ एजेंडा चलाने वाले दुनिया के कई एनजीओ इन दिनों पाकिस्‍तान से खासा नाराज हैं. इन एनजीओ की नाराजगी की वजह वह फंडिग है, जो पाकिस्‍तान की तरफ से भारत के खिलाफ एजेंडा चलाने की लिए दी जाती है. ब्रिटेन, अमेरिका और जम्मू-कश्मीर में मौजूद कई एनजीओ को पाकिस्तान की तरफ से फंडिंग में देरी हो रही है, जिसके चलते, अब वे अपनी नाराज़गी खुल कर जाहिर करने लगे हैं. वहीं, नाराजगी के इस इजहार के बाद एनजीओ और पाकिस्तान का गठजोड़ खुल कर सामने आ गया है और पाकिस्तान अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर एक बार फिर से बेनकाब हो गया है . 


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ज़ी न्यूज़ को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक, पाकिस्‍तान के इशारे पर जम्‍मू और कश्‍मीर में मानव अधिकार उल्‍लंघ के फर्जी मामलों को ब्रिटेन में उठाने वाली लंदन की एक एनजीओ को भी लंबे समय से फंडिंग नहीं मिली है. जिसके चलते उसने अपनी नाराजगी का खुलकर इजहार किया है. खुफिया एजेंसी से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक, लंदन में स्थित पाकिस्तानी हाई कमीशन से उन एनजीओ की फंडिंग की जाती है, जो पाकिस्तान के प्रॉक्‍सी है और भारत के खिलाफ मुहिम चलाते है. ये एनजीओ ऐसा दिखाने की कोशिश करते हैं, जैसे की उनका किसी देश या सरकार से कोई लेना देना नहीं है, लेकिन दरअसल वो पाकिस्तान के पैसे पर पल रहे हैं.


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जी न्‍यूज को मिली जानकारी के मुताबिक इन एनजीओ को पिछले साल से पैसे नहीं मिले है, जिसकी वजह से वो कई बार पाकिस्तानी हाई कमीशन में संपर्क कर चुके हैं. हालांकि अभी तक उन वजहों का खुलासा नहीं हुआ है, जिसके चलते पाकिस्‍तान की तरफ से पेमेंट में देरी हो रही है. वहीं, एक बात साफ़ हो गयी है कि पाकिस्तान कैसे एनजीओ और फर्ज़ी संघठनो के जरिये भारत को बदनाम करता है. भारतीय एजेंसीज़ के पास इन एनजीओ के बारे में पूरी जानकारी हाथ लग चुकी है. 


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जम्मू कश्मीर में आतंकियों और अलगावादियों के बाद गृह मंत्रालय के निशाने पर अब ऐसे एनजीओ और संघटन हैं जिन्हें पाकिस्तान से फंडिंग होती है और वो जम्मू कश्मीर समेत दुनिया के कई देशों में भारत सरकार को बदनाम करने की मुहिम में लगे हुए है. गृह मंत्रालय ने ऐसे एनजीओ और संघटन की लिस्ट भी तैयार कर ली है, जो पाकिस्तान के इशारे पर जम्मू कश्मीर में फर्ज़ी मानव अधिकार उल्लघंन के मामलों को अन्तराष्ट्रीय स्तर पर उठा कर भारतीय सुरक्षा बलों के ख़िलाफ़ बड़ी साजिश में लगे हुए है . 



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यही नहीं, कुछ ऐसे संघटन की भी पहचान की गयी है, जिन्हें पाकिस्तान की आइएसआईफंडिंग करती है और वो अमेरिका और यूरोपियन देशों में जम्मू कश्मीर को लेकर भारत के ख़िलाफ़ सेमीनार और धरने और प्रदर्शन में शामिल रहे हैं. जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान से हो रही टेरर फंडिंग के नेटवर्क को जाँच एजेंसीज़ कमजोर करने में लगी हुई है .जिसका असर जम्मू कश्मीर में देखने को मिल रहा है लेकिन जम्मू कश्मीर में एनजीओ के नाम पर फंडिंग का रूट खत्म नहीं हो सका है ऐसे में सरकार के निशाने पर अलागवादियो ,आतंकियों और पत्थरबाजों के बाद अब देश में पाकिस्तान का एजेंडा चलाने वाले एनजीओ आ चुके हैं.