Alliance Meeting In Mumbai: मुंबई में चल रही विपक्षी गठबंधन की बैठक समाप्त हो गई है. इस बैठक में 'इंडिया गठबंधन' ने 14 सदस्यीय समन्वय समिति का ऐलान किया है. इसमें कई दलों के नेता शामिल हैं. बैठक के बाद विपक्ष के सभी बड़े नेता सामने आए और मीडिया के सामने बात रखी. लेकिन इस बैठक के खत्म होने के बाद भी ना तो संयोजक का चयन हो पाया और ना ही गठबंधन के लोगो का निशान सामने आया, जैसा कि इसके बारे में पहले कहा जा रहा था. हालांकि इस दौरान गठबंधन का स्लोगन 'जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया' जरूर जारी किया गया है. बैठक के खत्म होने के बाद शिवसेना यूबीटी सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने एक सवाल के जवाब में बताया कि आखिर क्यों संयोजक का चुनाव नहीं किया गया.


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'संयोजक की जरूरत ही नहीं'
दरअसल, बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए शिवसेना यूबीटी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बताया कि संयोजक की जरूरत ही नहीं है क्योंकि 14 सदस्यीय  समन्वय समिति का गठन कर लिया गया है. उद्धव ने यह भी कहा है कि इस कमेटी के सदस्य गठबंधन से जुड़े मुद्दों पर फैसला करेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि गठबंधन के साझेदार दलों के बीच सीट बंटवारे पर जल्द ही चर्चा शुरू की जाएगी. इससे पहले उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारी एकता से विरोधियों में घबराहट है. इंडिया मजबूत होता जा रहा है. हम सब भयमुक्त भारत के लिए सभी लोग इकट्ठे हो रहे हैं.


विपक्षी नेताओं की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस
उन्होंने सरकार पर निशाना भी साधा और कहा कि चुनाव में तानाशाही भ्रष्टाचार से लड़ेंगे लेकिन इंडिया गठबंधन की जीत जरूर होगी. हम मित्र परिवारवाद के खिलाफ लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि एलपीजी में छूट जरूर दी गई है, लेकिन पहले पांच सालों में जमकर लूट की गई है. वहीं मीटिंग के बाद विपक्षी नेताओं ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद की जिसमें सभी नेताओं ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने कहा कि हमने इस बैठक में हमने कुछ बड़े स्टेप लिए हैं जो भी पार्टी इस इंडिया में है वो बीजेपी को हराने के लिए यहां है. इस मंच पर जो दल हैं वो देश की 60 फीसदी जनका की प्रतिनिधित्व करते हैं.


'झूठ बोलकर सत्ता में आई'
इसके अलावा आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा कि बीजेपी अफवाह फैलाकर और झूठ बोलकर सत्ता में आई. मेरे साथ ही कई नेताओं के बारे में कहा गया कि हमारा पैसा स्विस बैंक में है. हम सत्ता में आए तो लोगों को 15-15 लाख रुपये देंगे. वहीं संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि जब हम मांग कर रहे थे तो मणिपुर और चीन के मुद्दे पर विशेष सत्र क्यों नहीं बुलाया. उन्होंने आरोप लगा कि ये सरकार संवैधानिक संस्थाओं को खत्म कर रही है.