AK-203 Rifle Range and Features: पीएम मोदी 8 और 9 जुलाई को भारत-रूस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए मॉस्को जाएंगे. इससे पहले रूस ने भारत को AK-203 का शानदार तोहफा दिया है. रूस ने 35 हज़ार AK-203 राइफल भारतीय सेना को सौंप दी हैं. LaC से लेकर LoC तक अब भारतीय सेना के जवान इस आधुनिक राइफल से लैस होंगे. ये भारतीय सेना को मिली सबसे नई और शक्तिशाली असॉल्ट राइफल है. ऐसी 35 हज़ार असॉल्ट राइफल भारतीय सेना को मिल गई हैं. अब सरहद पर देश के जांबाज जवान इसी राइफल से दुश्मन को छलनी करेंगे. 


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चीन- पाक के खिलाफ बड़ा हथियार


ये मेड इन इंडिया राइफल बेहद खास है क्योंकि ये एक सेकंड में 10 गोलियां बरसा सकती है यानी पलक झपकते ही दुश्मन ढेर होगा, रूसी तकनीक का ये मेड इन इंडिया हथियार वार में अचूक और तकनीक में बेमिसाल है. एलओसी से लेकर एलएसी पर तैनात जवानों के हाथ में मेड इन इंडिया AK 203 राइफल गेमचेंजर कही जा रही है.


एक मिनट में 600 गोलियां दागने की क्षमता


AK-203 राइफल दुनिया की सबसे आधुनिक और घातक राइफल है. AK-203 बेहद हल्की और छोटी है जिसे लेकर ऑपरेट आसान होता है. इसमें 7.62 MM की गोलियों का इस्तेमाल होता है जो 30 राउंड की मैग्ज़ीन में भरी होती हैं. यह राइफल एक मिनट में 600 गोलियां दागने की क्षमता रखती है. इसे ऑटोमेटिक और सेमी ऑटोमेटिक दोनों ही मोड पर इस्तेमाल किया जा सकता है. AK-203 की मारक क्षमता 400 मीटर तक है.


AK-47 से बेहतर है मारक क्षमता


AK-203 असॉल्ट राइफल हर मामले में AK-47 से बेहतर है. इसलिए भारतीय सेना भी इस हथियार पर भरोसा कर रही है. सैनिक ऐसा हथियार चाहता है कि जिसे आसानी से ऑपरेट किया जा सके और दुश्मन पर अटैक भी इतना सटीक हो कि उसका बचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो जाए.


किसी भी देश की सेना के लिए हथियार उसका सबसे बड़ा साथी होता है, जो दुश्मन से मुकाबले में हार-जीत तय करता है और भारत सेना को आधुनिक हथियार देने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है. इसी का नतीजा है कि भारतीय सेना को अब 35 हज़ार AK-203 असॉल्ट राइफल का तोहफा मिला है. 


तीसरे देश को निर्यात भी कर सकेगा भारत


देश में बड़े पैमाने पर आधुनिक असॉल्ट राइफल का निर्माण भारत की ताकत को बढ़ाएगा. साथ ही इस राइफल के लिए तीसरे देश को निर्यात का दरवाजा भी खुला रखा गया है.