नई दिल्ली: पाकिस्‍तान (Pakistan) के खिलाफ भारतीय सेना (Indian Army) की ताकत हर दिन बढ़ती जा रही है. शुक्रवार (2 जुलाई, 2021) को भारतीय सेना ने पश्चिमी मोर्चे पर टैंकों और बख्तरबंद लड़ाकू वाहनों की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए 12 स्वदेशी ब्रिज को खेमे में शामिल किया है. इन शॉर्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम (SSBS) को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने डिजाइन और डेवलप किया है. दिल्ली कैंट के करियप्पा परेड ग्राउंड में आयोजित एक समारोह में थल सेनाध्यक्ष जनरल एम.एम. नरवणे ने उन्हें भारतीय सेना में शामिल किया.


ऑपरेशन में तेजी लाएंगे ये ब्रिज 


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इन ब्रिज को सेना में शामिल करते हुए जनरल नरवणे ने कहा, 'एसएसबीएस के शामिल होने से भारतीय सेना की क्षमता बढ़ेगी. हमारे पास 5 मीटर और 15 मीटर के स्पैन ब्रिज थे लेकिन 10 मीटर के ब्रिज की भी जरूरत थी. अब यह कमी भी पूरी हो गई है. ये 12 ब्रिज पश्चिमी मोर्चे की क्षमता में मैकेनाइज्‍ड फॉर्मेशन को बढ़ाएंगे और इनके कारण ऑपरेशन चलाने में भी तेजी आएगी.'



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आत्‍मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदम 


जनरल नरवणे ने आगे कहा, 'यह 10 मीटर वाले स्पैन ब्रिज आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक और सफल कदम है क्‍योंकि यह पूरी तरह से भारत में विकसित किए गए और बनाए गए हैं. इनकी मैन्‍यूफेक्‍चरिंग लार्सन एंड टुब्रो (एल एंड टी) ने की है और डीआरडीओ ने इन्‍हें डिजाइन किया है. यह ब्रिज सेना की क्षमता को बढ़ाएंगे.'