ISRO ने लॉन्च किया कार्टोसैट-3 सैटलाइट, 13 कमर्शियल छोटे उपग्रहों को भी लेकर भरी उड़ान
काटरेसैट-3 उपग्रह उच्च गुणवत्ता की तस्वीरें लेने की क्षमता से लैस तीसरी पीढ़ी का उन्नत उपग्रह है. यह 509 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित कक्षा में 97.5 डिग्री पर स्थापित होगा.
श्रीहरिकोटा: देश के ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी-सी47) ने आज सुबह 9.28 मिनट पर कार्टोसैट-3 और 13 वाणिज्यिक छोटे उपग्रहों के साथ अंतरिक्ष के लिए प्रस्थान किया. इसके लिए मंगलवार सुबह 7.28 बजे उल्टी गिनती शुरू हो गई थी. इसे श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया. इसे पृथ्वी से 509 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थापित किया जाएगा. इसमें दुनिया का सबसे एडवांस और ताकतवर कैमरा लगा हुआ है. ऐसा बताया जा रहा है कि कार्टोसैट - 3 सैटेलाइट हाथ की घड़ी का समय तक देख लेगा.
यह जमीन पर 0.25 मीटर (9.84इंच) की ऊंचाई तक की तस्वीर ले सकता है. इससे सीमाओं की निगरानी और आतंकी घुस्पैठ राकने में मिलेगी मदद. बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की नापाक हरकतों और आतंकी गतिविधियों पर नजर रखेगा. यह सभी प्रकार के मौसम में पृथ्वी की तस्वीरें लेने में सक्षम है.
इसरो द्वारा किए गए एक ट्वीट के अनुसार, पीएसएलवी-सी47 एक्सएल कन्फीगरेशन में पीएसएलवी की यह 21वीं उड़ान होगी. यह श्रीहरिकोटा स्थित एसडीएससी शार से 74वां प्रक्षेपण यान मिशन होगा.
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काटरेसैट-3 उपग्रह उच्च गुणवत्ता की तस्वीरें लेने की क्षमता से लैस तीसरी पीढ़ी का उन्नत उपग्रह है. यह 509 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित कक्षा में 97.5 डिग्री पर स्थापित होगा. भारतीय अंतरिक्ष विभाग के न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) के साथ हुए एक समझौते के तहत पीएसएलवी अपने साथ अमेरिका के 13 वाणिज्यिक छोटे उपग्रहों को भी लेकर जाएगा.
(इनपुट आईएएनएस से भी)