UP News : यूपी ATS ने अलीगढ़ से ISIS के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया था. अब दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की टीम भी उन दोनों से पूछताछ करेगी. गिरफ्तार दोनों आरोपी Student of Aligarh Muslim University (SAMU) Organization के मेंबर हैं. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हाल ही में जामिया मिल्लिया इस्लामिया से पीएचडी कर रहे छात्र अरशद वारसी और पुणे ISIS केस में राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए (NIA) के वांटेड आतंकी शाहनवाज को दिल्ली से गिरफ्तार किया था.


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आईएसआईएस का पैन इंडिया मॉड्यूल


बताया जा रहा है कि NIA और दिल्ली स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार दो आतंकियों से अलीगढ़ के रहने वाले अब्दुल्ला अर्सलान और माज बिन तारिक के बारे में जानकारी मिली थी. उसके बाद यूपी एटीएस ने अलीगढ़ में छापेमारी करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया. सूत्रों के मुताबिक ये ISIS का पैन इंडिया मॉड्यूल है जिसमें उत्तर प्रदेश, झारखंड, पुणे के पढ़े लिखे छात्र ज्यादातर शामिल हैं.


UP मॉड्यूल और पुणे मॉड्यूल एजेंसियों के राडार पर 


यूपी एटीएस (UP ATS) ने खतरनाक आतंकवादी संगगठन ISIS से जुड़े जिन दो आतंकियों अब्दुल्ला अर्सलान और माज बिन तारिक को अलीगढ़ से गिरफ्तार किया है उनके बारे में खबर है कि वो यूपी में किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे. दोनों आईएसआईएस के पुणे माड्यूल से जुड़े थे.


केमिकल अटैक की साजिश


ये खतरनाक आरोपी एनआईए (NIA) और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के द्वारा गिरफ्तार किए गए शाहनवाज और रिजवान के साथ मिलकर केमिकल अटैक की प्लानिंग कर रहे थे. आपको बताते चलें कि पकड़ा गया अब्दुल्ला अर्सलान अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक कर चुका है. वहीं ISIS के कुछ हैंडलर्स ने अब्दुल्ला अर्सलान और माज बिन तारिक का पुणे मॉड्यूल से संपर्क कराया था. 


भारत में  आईएसआईएस के कितने हैंडलर? 


अलीगढ़ से पकड़े दोनों संदिग्धो अब्दुल अर्सलान और माज बिन तारिक से यूपी एटीएस के साथ-साथ दिल्ली पुलिस के अलावा महाराष्ट्र ATS और राजस्थान पुलिस भी पूछताछ करेगी. यूपी एटीएस का मानना है कि इनसे पूछताछ के दौरान इंडिया में सक्रिय आईएसआईएस से जुड़े अन्य सदस्यों के बारे में भी जानकारी मिल सकती है.


आईएस का पुणे माड्यूल यूपी के छह जिलों में जड़ें जमा रहा था


पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आतंकी संगठन आईएस के दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार करने वाली यूपी एटीएस के रडार पर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कई अन्य छात्र भी हैं. UP ATS ने उन्हें भी मुकदमे में नामजद किया है. आईएस का पुणे माड्यूल यूपी के छह जिलों में अपनी गहरी जड़ें जमा रहा था. आईएस के इस माड्यूल के सदस्य अलीगढ़ के अलावा संभल, प्रयागराज, लखनऊ, रामपुर, कौशांबी आदि जिलों में सक्रिय हैं. इसके साथ ही वो किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने के लिए असलहा और गोला-बारूद जुटा रहे हैं.


ATS की रिमांड में आज क्या होगा?


ATS की गिरफ्त में आए अब्दुल्ला अर्सलान और माज बिन तारिक को राजधानी स्थित एनआईए/एटीएस की अदालत के न्यायाधीश दिनेश कुमार मिश्रा ने छह दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर की है. दोनों को ATS आज अपनी रिमांड के दौरान पूछताछ आगे बढ़ाएगी और अलीगढ़ समेत अन्य जिलों में जाकर छापे मारेगी. 


यूपी में लंबे समय से ISIS की गतिविधियां


यूपी को दहलाने के लिए ISIS के आतंकी लंबे समय से काम कर रहे थे. यूपी की AMU यूनिवर्सिटी के छात्र पर ISIS के लिए मॉड्यूल खड़ा करने का आरोप इसी साल सितंबर के महीने में लगा था. तब NIA ने ISIS की गतिविधियों को लेकर 6 शहरों के 9 ठिकानों पर रेड मारी थी. NIA की रेड में रतलाम से एक संदिग्ध गिरफ्तार हुआ था तो UP से 2 संदिग्धों पकड़े गए थे. तब महाराजगंज, जौनपुर और आजमगढ़ में ISIS माड्यूल को लेकर छापेमारी हुई थी. उसी दौरान AMU से के BA इकोनॉमिक्स (ऑनर्स) के छात्र फैजान अंसारी का नाम देशभर में ISIS का मॉड्यूल खड़ा करने की साजिश रचने के आरोप में सामने आया था. AMU में पढ़ाई के दौरान फैज कुछ ISIS समर्थकों के संपर्क में आया. फिर वो झारखंड में आतंकी मॉड्यूल खड़ा कर रहा था. उसी समय महाराजगंज के फरेंदा थाना क्षेत्र स्थित आनंद नगर इलाके के विकास नगर मोहल्ले में एक यूनानी डॉक्टर के घर पर रेड हुई थी. बिहार के सिवान जिले के मूल निवासी डॉक्टर का दामाद भी फैजान के संपर्क में था. 


ISIS का पुणे मॉड्यूल


आईएसआईएस की बात करें तो देश में फिलहाल सबसे ज्यादा इसके यूपी और महाराष्ट्र के पुणे से सक्रिय मॉड्यूल की गतिविधियां तेज हुई हैं. पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों की तेज निगाहें और सख्त एक्शन की वजह से आतंकवादियों के नापाक मंसूबे पूरे नहीं हो पा रहे हैं. तीन दिन पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आतंकवादी हमलों को अंजाम देने की साजिश में शामिल होने के आरोपी 7 ISIS सदस्यों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी. पुणे स्थित आईएसआईएस मॉड्यूल केस में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, शस्त्र अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत एनआईए की स्पेशल कोर्ट के सामने चार्जशीट दायर हुई है. 


खतरनाक मकसद - देश के लिए खतरा


एनआईए ने इन आरोपियों की पहचान मोहम्मद इमरान, मोहम्मद याकूब साकी, ​​अब्दुल कदीर, नसीरुद्दीन काजी, जुल्फिकार अली, शमील साकिब नाचन और आकिफ अतीक नाचन के रूप में की है. इन पर आरोप है कि ये आतंकी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के इरादे से फंड जुटा रहे थे. इन्होंने लोगों में आतंक की दहशत पैदा करने और धमकी देने के इरादे से ISIS की आतंकवादी गतिविधियों को आगे बढ़ाने की साजिश रची. ये सभी देश की सुरक्षा, अखंडता और संप्रभुता के लिए खतरा हैं.


पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल का कैसे हुआ खुलासा?


इसी साल 18 जुलाई को पुणे में एक बाइक चुराने के आरोप में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इन आरोपियों मोहम्मद इमरान खान और मोहम्मद साकी को थाने ले जाया जा रहा था. पुलिस इन्हें सामान्य चोर मान रही थी. इसी दौरान एक आरोपी पुलिस वैन से कूदकर फरार हो गया. तब सख्ती के दौरान दूसरे से पता चला कि दोनों एक आतंकी गैंग के हिस्सा हैं. इसके बाद कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए पुलिस इस पूरे मॉड्यूल तक पहुंच गई. इस केस की विस्तृत जांच के लिए इसे एनआईए को सौंप दिया गया था.