नई दिल्ली: आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) देश की राजधानी दिल्ली को दहलाने की साजिश रच रहा है. इस बात का खुलासा जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह (Dilbag Singh) ने किया है. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद दिल्ली में बड़े धमाके की साजिश रच रहा है.


गिरफ्तार आतंकी ने किया खुलासा


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डीजीपी दिलबाग सिंह (Dilbag Singh) ने आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-मुस्तफा (LeM) के आतंकवादी हिदायतुल्ला मलिक और रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) के आतंकवादी जहूर अहमद राथर की गिरफ्तारी के बाद ये खुलासे किए. मलिक को जम्मू जिले के कुंजवानी से 6 फरवरी को अनंतनाग पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जबकि राथर को सांबा जिले के ब्रह्माना इलाके से 13 फरवरी को पकड़ा गया था.


आतंकियों के निशाने पर Ajit Doval


बता दें कि राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (Ajit Doval) जैश-ए-मोहम्मद के निशाने पर हैं और गिरफ्तार आतंकी हिदायतुल्ला मलिक ने ही इस बात का खुलासा किया। उसने पाकिस्‍तानी हैंडलर के कहने पर अजीत डोभाल (Ajit Doval) के ऑफिस की रेकी की थी. मलिक ने दिल्‍ली में सरदार पटेल भवन और अन्य अहम ठिकानों की जासूसी (रेकी) की थी.


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बिहार से हो रही थी हथियारों की खरीद


डीजीपी सिंह ने यह खुलासा भी किया कि कश्मीर में आतंकवादियों ने बिहार से हथियारों की खरीद की थी और अब तक 6 पिस्टल मंगाई है, जिन्हें आतंकियों के बीच बांटा गया है. कश्मीर के कुछ छात्र जो पढ़ाई के लिए पंजाब में रहते हैं, उनके जरिए घाटी में अवैध हथियारों की तस्करी की जा रही है. इसके अलावा वह पाकिस्तान से सुरंग या ड्रोन के जरिए आने वाले हथियारों और गोला-बारूद को भी एकत्र करता था. उन्होंने बताया कि एलईएम और टीआरएफ पाकिस्तान के जैश-ए-मोहम्मद व लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन हैं, जिनका उद्देश्य अपनी आतंकवादी गतिविधियों को कश्मीरी नाम देना है.


मलिक आतंकी संगठन एलईएम का चीफ है


दिलबाग सिंह ने बताया, मलिक लंबे समय से सक्रिय आतंकवादी है और पिछले साल अगस्त में गठित आतंकी संगठन एलईएम की अगुवाई कर रहा है. वह जैश के लिए काम करता रहा है और उस आतंकवादी संगठन के कहने पर ही उसने यह संगठन बनाया. मलिक जम्मू में ठिकाना बनाने की साजिश रच रहा था, ताकि क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों को संचालित कर सके.


परिवार के साथ पाकिस्तान भाग गया आशिक नेंगरू


डीजीपी ने बताया, 'मलिक से पूछताछ में पता चला कि वह जैश के कमांडर आशिक नेंगरू का करीबी है. नेंगरू अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भूमिगत सुरंग के जरिए अपने परिवार समेत पड़ोसी देश भाग गया था, हालांकि इससे पहले वह पाकिस्तान से जम्मू आने वाले हथियारों की खेप लेता था. पाकिस्तान भागने से पहले नेंगरू उर्फ डॉक्टर पाकिस्तानी एजेंसियों के इशारे पर कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियां चला रहा था.'


नेंगरू ने ही मलिक को भेजा था दिल्ली


दिलबाग सिंह ने बताया, 'नेंगरू के आदेश पर ही मलिक दिल्ली गया था और उसने एनएसए कार्यालय (NSA Office) की रेकी करने के बाद उसे वह वीडियो भेजा था. इसका मतलब यह है कि जैश दिल्ली में भी हमले की साजिश रच रहा था.' उन्होंने कहा कि मलिक की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी है और इससे आतंकवादी समूह की साजिश का पर्दाफाश हुआ है.