नई दिल्‍ली: छात्रों के महज दस मिनट देरी से क्‍लास में पहुंचने पर एक अध्‍यापक बेरहमी की सभी हदें पार कर गया. मामला जम्‍मू और कश्‍मीर के डोडा शहर स्थित एक स्‍कूल का है. जहां अध्‍यापक ने पहले बच्‍चों को मुर्गा बनने की सजा दी और जब इतने से भी उसका दिल नही भरा तो उसने बच्‍चों को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया. सोशल मीडिया में बच्‍चों की बेरहम पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद स्‍थानीय प्रशासन सक्रिय हुआ है और उसने कार्रवाई की बात कही है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सूत्रों के अनुसार, अध्‍यापक की बेरहमी का शिकार हुए बच्‍चे गुज्‍जर एण्‍ड बक्‍करवाल होस्‍टल में रहते हैं. बीते दिन, इस हॉस्‍टल में रहने वाले बच्‍चों को अपनी क्‍लास के लिए निकलने में दस मिनट की देरी हो गई. बच्‍चों से हुई यह देरी स्‍कूल के एक अध्‍यापक को इस कदर नागवार गुजरा कि उसने पहले सभी बच्‍चों को मुर्गा बनने की सजा दे दी. लंबे समय तक इस सजा को झेल रहे बच्‍चों ने जब अपनी बात इस टीचर से कहनी चाही तो अध्‍यापक ने उन्‍हें बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया. 


यह भी पढ़ें: LKG क्लास के बच्चे ने पढ़ाई पर नहीं दिया ध्यान, तो गुस्साई टीचर ने कहा...


सूत्रों के अनुसार, स्‍कूल में मौजूद किसी शख्‍स ने अध्‍यापक की इस बेरहमी की तस्‍वीरें लेकर सोशन मीडिया में पोस्‍ट पर कर दिया. सोशल मीडिया में इन तस्‍वीरों के वायरल होने के बाद स्‍थानीय प्रशासन हरकत में आया और कार्रवाई शुरू की. वहीं, इस मामले का खुलासा होने के बाद बच्‍चों के अभिभावकों ने भी अपनी शिकायत दर्ज कराई है. 


यह भी पढ़ें: होमवर्क न करने पर टीचर ने छात्रा को लगवाए 168 थप्पड़, पहुंच गया जेल


इस मसले पर कॉर्डिनेटर चाइल्‍ड लाइन डिपार्टमेंट का कहना है कि अध्‍यापक ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. उसे चाइल्‍ड वेलफेयर कमेटी के समक्ष पेश होने के निर्देश दिए गए हैं. डिपार्टमेंट ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने की बात भी कही है.