Kolkata Rape and Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में में लेडी डॉक्टर से रेप और हत्या मामले में पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का पॉलीग्राफ टेस्ट पूरा हो गया है. संदीप घोष का पॉलीग्राफ टेस्ट (Polygraph Test) एक बार में पूरा नहीं हुआ था. वहीं, सीबीआई ने ASI अनूप दत्त की कोर्ट से पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अनुमति मांगी है. अनूप दत्त आरोपी संजय रॉय (Sanjay Roy)का करीबी है. लेडी डॉक्टर से रेप और हत्या के बाद आरोपी संजय रॉय अनूप दत्त के बैरक में आराम करने आया था. अब सीबीआई के पॉलीग्राफ टेस्ट में अनूप दत्त के सीने में दफन राज खुलेंगे.


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पुलिस ASI अनूप दत्ता ने की थी आरोपी संजय की मदद?


केंद्रीय एजेंसी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या एएसआई अनूप दत्ता ने 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के अंदर ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले को छिपाने में मुख्य आरोपी संजय रॉय की मदद की थी. सीबीआई बलात्कार और हत्या के साथ-साथ आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रही है.


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कौन हैं ASI अनूप दत्ता?


हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अनूप दत्ता मेडिकल कॉलेज में अपने कार्यकाल के दौरान डॉक्टर संदीप घोष के करीबी सहयोगी थे. सोशल मीडिया पर मिली तस्वीरों में घोष के साथ देखे जाने के बाद से वे सीबीआई की रडार पर हैं. एएसआई अनूप दत्ता पर आरोप है कि उन्होंने मुख्य आरोपी संजय रॉय को पुलिस क्वार्टर और पुलिस मोटरसाइकिल तक पहुंच बनाने में मदद की. जबकि संजय रॉय पुलिस सिविक वालंटियर के तौर पर ऐसी कोई सुविधा नहीं मिलती.


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अनूप दत्ता कोलकाता पुलिस कल्याण समिति के सदस्य भी हैं, जिससे संजय रॉय जुड़ा था. संजय रॉय को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती पुलिसकर्मियों और उनके रिश्तेदारों से मिलने का काम सौंपा गया था. जांचकर्ताओं का मानना ​​है कि संजय रॉय के परिसर में घुसने का मुख्य कारण यही पहुंच थी, लेकिन वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि वह तीसरी मंजिल के सेमिनार हॉल में कैसे घुसा, जहां पीड़िता का शव मिला था. ऐसे समय में किसी भी अस्पताल के वार्ड में बाहरी लोगों को जाने की अनुमति नहीं होती है. सीबीआई जांच के शुरुआती दिनों में अनूप दत्ता के पत्रकारों से भागते हुए दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे.



संदीप घोष का पॉलीग्राफ टेस्ट पूरा


इस बीच, सीबीआई ने संदीप घोष का पॉलीग्राफ टेस्ट पूरा कर लिया है. उन्हें लेयर्ड वॉयस एनालिसिस टेस्ट से भी गुजरना पड़ा. यह झूठ पर व्यक्ति की प्रतिक्रिया का पता लगाता है, लेकिन उसकी पहचान नहीं करता. इस तकनीक ने अलग-अलग आवाजों में तनाव, संज्ञानात्मक प्रक्रियाओं और भावनात्मक संकेतों की पहचान की. पॉलीग्राफ टेस्ट संदिग्धों और गवाहों के बयानों में अशुद्धियों का आकलन करने में मदद कर सकता है. उनकी मनोवैज्ञानिक प्रतिक्रियाओं जैसे हृदय गति, सांस लेने के पैटर्न, पसीना आना और रक्तचाप आदि की निगरानी करके, जांचकर्ता उनकी प्रतिक्रियाओं में विसंगतियों का पता लगा सकते हैं. हालांकि, ये टेस्ट के दौरान स्वीकार्य सबूत नहीं हैं और इनका उपयोग केवल मामले में आगे की सुराग पाने के लिए किया जा सकता है.


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8-9 अगस्त की रात को क्या हुआ


8-9 अगस्त की रात कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पटिल के सेमिनार हॉल में महिला डॉक्टर का बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. ट्रेनी डॉक्टर का शव अगले दिन सुबह सेमिनार हॉल में मिला था. शव मिलने से कुछ घंटे पहले वह अपनी 36 घंटे की शिफ्ट के बाद आराम करने के लिए हॉल में गई थी. उसके शव परीक्षण में 16 बाहरी और 9 आंतरिक चोटें पाई गईं. सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण से पता चला कि संजय रॉय 9 अगस्त को सुबह करीब 4.03 बजे बिल्डिंग में दाखिल हुआ था. 8 अगस्त को वह चेस्ट डिपार्टमेंट गया और कैमरों में पीड़ित डॉक्टर और अन्य लोगों को घूरता हुआ देखा गया था.


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