Lakhimpur: Zee News के पत्रकार से धक्का-मुक्की, प्रदर्शनकारियों ने फरसा और तलवार लेकर धमकाया
Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर खीरी में मौजूद Zee News के रिपोर्टर विशाल पाण्डेय पर हमले की कोशिश की गई और प्रदर्शनकारियों ने धक्का-मुक्की कर रिपोर्टिंग करने से रोका.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) में 9 लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में 4 किसान, 3 बीजेपी कार्यकर्ता, 1 बीजेपी नेता का ड्राइवर एक पत्रकार शामिल है. लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर उत्तर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है और अलग-अलग पार्टियों के नेता लखीमपुर खीरी पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पुलिस ने किसी भी राजनीतिक दल को यहां पहुंचने की अनुमति नहीं दी है.
Zee News के पत्रकार को तलवार और फरसे से धमकाया
इस बीच लखीमपुर खीरी में मौजूद Zee News के रिपोर्टर विशाल पाण्डेय पर हमले की कोशिश की गई और प्रदर्शनकारियों ने धक्का-मुक्की कर रिपोर्टिंग करने से रोका. इसके अलावा प्रदर्शनकारी सवाल पूछने पर भी नाराज हुए और तलवार व फरसे से लैस प्रदर्शनकारियों ने धमकाने की कोशिश की.
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लखीमपुर हिंसा में एक पत्रकार की मौत
लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में एक पत्रकार की भी मौत हो गई और घटना के बाद से लापता पत्रकार का शव बरामद हुआ है. स्थानीय पत्रकार रमन कश्यप की मौत का मामला सामने आया है, जो निघासन क्षेत्र के रहने वाले थे. परिजनों ने पोस्टमार्टम हाउस में शव की पुष्टि की है. पत्रकार के परिजनों ने शव रखकर निघासन चौराहे पर जाम लगाया. परिजनों की मांग है कि दोषियों पर कार्रवाई हो और उन्हें जल्द से जल्द पकड़ा जाए.
किसानों और प्रशासन के बीच सहमति
लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर किसानों और प्रशासन के बीच सहमति बन गई है. मृतकों के आश्रितों को नौकरी और 45 लाख का मुआवजा दिया जाएगा. वहीं घायलों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. इसके अलावा प्रशासन की ओर से यह भी आश्वासन दिया गया है कि 8 दिन में आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा और घटना की न्यायिक जांच होगी.
हिरासत में अखिलेश और प्रियंका
लखनऊ में अखिलेश यादव की अगुवाई में समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और पुलिस की गाड़ी को आग लगा दिया. वहीं लखीमपुर जाने पर अड़े अखिलेश यादव को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. इसके अलावा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है, जो हिंसा में मारे गए किसानों के परिवार से मिलने जा रही थीं. प्रियंका गांधी को हिरासत में लेने का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध किया और सीतापुर में जमकर हंगामा किया.
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