Lumpy Skin Disease in Cow- Buffalo: कोरोनावायरस में लोगों ने इम्युनिटी बढ़ाने के लिए लोगों ने काढ़ा पिया और तमाम आयुर्वेदिक नुस्खे अपनाए. अब गायों की बारी है. गायों की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए उन्हें तुलसी के पत्ते, गुड़, दालचीनी और काली मिर्च का लड्डू खिलाया जा रहा है. दिल्ली में गायों को वैक्सीन लगाई जा रही है ताकि ये बीमारी दूसरी गायों तक न पहुंच सके. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दिल्ली में गायों को लंपी स्किन बीमारी (Lumpy Skin Disease) से बचाने के लिए क्या इंतजाम किए जा रहे हैं, इसे समझने के लिए ज़ी न्यूज की टीम एक एनिमल केयर सेंटर पहुंची. टीम का पता चला कि गाय को भी आयुर्वेद का सहारा है. गुड़, दालचीनी, काली मिर्च और तुलसी के पत्तों से गाय की इम्यूनिटी बढ़ाने का काम हो रहा है. 


इंसानों तक बीमारी फैलने का खतरा नहीं


संजय गांधी एनिमल केयर सेंटर के डॉ अजय चौधरी ने बताया कि गायों को फिटकरी के पानी से नहलाया जा रहा है. जिससे सफाई हो सके. उन्होंने बताया कि इंसानों तक ये बीमारी फैलने का खतरा नहीं है लेकिन बड़े स्तर पर जानवरों के संक्रमित होने से दूध की किल्लत होने का संकट पैदा हो सकता है. 


जैसे इंसानों में कोरोनावायरस की बीमारी फैली थी, उसी तरह लंपी स्किन डिज़ीज़ (Lumpy Skin Disease) जानवरों में उतनी ही तेज़ी से फैल रही है. गायों से शुरु हुई ये बीमारी अब कई जगहों पर भैंसों में भी रिपोर्ट की गई है. इससे निपटने के लिए जानवरों की इम्यूनिटी बढ़ाने पर काम किया जा रहा है. उनकी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक नुस्खे अपनाए जा रहे हैं. गुड़, दालचीनी और काली मिर्च गायों को लंपी वायरस से सुरक्षा दे रही है. 


गायों की इम्यूनिटी बढ़ाने पर हो रहा काम


डॉक्टरों के मुताबिक लंपी स्किन डिजीज (Lumpy Skin Disease) वायरल बीमारी है. जैसे कोरोना महामारी की वैक्सीन नहीं थी वैसे ही इस वायरस की वैक्सीन भी अभी नहीं बनी है. जैसे कोरोना में इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक तरीकों ने इंसानों की मदद की थी, वैसे ही गायों को भी इस बीमारी से बचाने के लिए उन्हें देसी तरीकों से खाना खिलाया जा रहा है. गायों को गुड़, दालचीनी, काली मिर्च और तुलसी के पत्तों से बना लड्डू खिलाया जा रहा है. 


डॉ अजय चौधरी ने बताया कि अगर गायों में लंपी स्किन डिज़ीज हो भी जाती है तो इस नुस्खे की मदद से उन्हें रिकवर होने में मदद मिलेगी. इस बीमारी में गायों की त्वचा पर गांठ वाले दाने निकलते है. गायों की त्वचा की सफाई के लिए डॉक्टर उन्हें फिटकरी के पानी से नहलाने की सलाह देते हैं. इसके अलावा गायों को आइसोलेशन में भी रखना होता है.


बकरियों वाली वैक्सीन लगाई जा रही
 
लंपी बीमारी की वैक्सीन अभी बनाई जा रही है. तब तक प्रभावित गायों को बकरियों में फैलने वाली बीमारी goat pox के लिए मौजूद वैक्सीन लगाई जा रही है. संजय गांधी एनिमल केयर सेंटर के डॉ विजय के मुताबिक इस वैक्सीन की तीन गुना डोज एक वयस्क गाय को लगाई जा रही है. जिससे उसे कुछ हद तक सुरक्षा मिल जाती है. वैक्सीन को तब लगाने में फायदा है, जब तक 15 से 20 किलोमीटर के दायरे में कोई केस रिपोर्ट ना हुआ हो. इस वैक्सीन से गायों को पहले से इम्यून किया जा सकता है. 


देश में 9 लाख जानवर प्रभावित


डॉक्टरों का कहना है कि संक्रमित गाय या भैंस के दूध से किसी तरह का नुकसान नहीं है. उसे गर्म करके पिया जा सकता है. यूपी सरकार के सूत्रों के मुताबिक प्रदेश में 14 हजार गायें इस बीमारी (Lumpy Skin Disease) से प्रभावित हैं. ये बीमारी वेस्ट यूपी के 21 जिलों में फैल चुकी है. हरियाणा में भी जानवरों में ये बीमारी देखी गई है. भारत में करीब 40 हजार जानवर लंपी स्किन डिजीज से मारे जा चुके हैं. फिलहाल 10 राज्यों में ये बीमारी फैली है और 9 लाख से ज्यादा जानवर इससे प्रभावित हैं. 


(ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर)