MP: रतलाम के 20 स्कूल हुए हाई टेक, 100 अधिकारियों और शिक्षकों ने भी दी 1 दिन की सैलरी
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MP: रतलाम के 20 स्कूल हुए हाई टेक, 100 अधिकारियों और शिक्षकों ने भी दी 1 दिन की सैलरी

रविवार को रतलाम के 20 स्कूलों में मिशन 1000 के अंतर्गत दी गयी नई सुसज्जित व्यवस्थाओं का उद्घाटन कलेक्टर रुचिका चौहान ने किया.

 

कलेक्टर ने फीता छात्राओं से कटवाकर नई व्यवस्थाओं का उद्घाटन करवाया.

रतलाम: मध्य प्रदेश शासन के मिशन 1000 के तहत रतलाम के 20 स्कूलों का कायाकल्प किया गया है. स्कूल अब हाईटेक व्यवस्था से लैस हो गए हैं. इन स्कूलों में जीर्ण क्षीण कक्षा भवन व अन्य व्यवस्थाओं को और बेहतर करने सहित अन्य सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं. खास बात ये है कि स्कूलों के उद्धार के लिए अधिकारियों और शिक्षकों ने अपनी 1 दिन की सैलरी दी है.

रविवार को रतलाम के 20 स्कूलों में मिशन 1000 के अंतर्गत दी गयी नई सुसज्जित व्यवस्थाओं का उद्घाटन कलेक्टर रुचिका चौहान ने किया. कलेक्टर ने फीता छात्राओं से कटवाकर नई व्यवस्थाओं का उद्घाटन करवाया.

मिशन 1000 में चयनित 400 से ज्यादा छात्र संख्या वाले स्कूल
दरअसल, मध्य प्रदेश सरकार ने मिशन 1000 के अंतर्गत जिन स्कूलों का चयन किया है. उनमें 400 से ज्यादा छात्र संख्या वाले स्कूलों को शामिल किया गया है. इन सभी स्कूल को लैब, डिजिटल क्लास सहित सभी अन्य व्यवस्थाओं से सुसज्जित हाईटेक स्कूल के रूप में विकसित किया गया है. इस योजना में शामिल किए गए स्कूलों की समस्याओं जैसे अधोसंरचना गैप, मार्ग, पेयजल, अतिक्रमण जैसी समस्याओं को प्रमुखता से देखा गया है.

मिशन 1000 में जिले के 20 स्कूलों के लिए जो राशि कार्य में उपयोग की गई है उसमें ज्यादातर सहयोग जिले के अधिकारियों व शिक्षकों का है. करीब 100 अधिकारियों व शिक्षकों की 1 दिन की सैलरी शामिल है. इन सभी के सहयोग के अलावा जितनी राशि की आवश्यकता थी वह शासन द्वारा दी गयी है. ऐसे में अब स्कूलों में अधिकरियों और शिक्षकों का ही पैसा लगा है. जिससे इनके रख रखाव में भी स्वयं शिक्षक व अधिकारी ज्यादा चिंता रखेंगे.

बता दें कि, सरकार के मिशन 1000 में ऐसे स्कूलों को शामिल किया जाना था जिनमें सुविधा का ज्यादा अभाव है. ऐसे स्कूल जहां लंबे समय से सुविधाएं नहीं हैं, शाला भवन की मुख्य समस्या है. लेकिन, अभी फिलहाल जो स्कूल शामिल किए गए हैं वे काफी हद तक व्यवस्थित हैं, उनमें काफी सुविधाएं मौजूद हैं. हलांकि इन चयनित स्कूलों में कम सुविधाओं वाले कई स्कूल भी शामिल हैं.

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