एक भाषण ने बॉबी जिंदल को बनाया हीरो
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एक भाषण ने बॉबी जिंदल को बनाया हीरो

वर्ष 2009 में एक भाषण ने लुसियाना के गवर्नर बॉबी जिंदल की भूमिका और अमेरिकी राजनीति को लेकर उनकी क्षमताओं पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया था लेकिन चार साल बाद हास परिहास से भरे एक और भाषण ने जिंदल को राष्ट्रीय स्तर पर सुखिर्यों में लाकर खड़ा किया है।

वाशिंगटन: वर्ष 2009 में एक भाषण ने लुसियाना के गवर्नर बॉबी जिंदल की भूमिका और अमेरिकी राजनीति को लेकर उनकी क्षमताओं पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया था लेकिन चार साल बाद हास परिहास से भरे एक और भाषण ने जिंदल को राष्ट्रीय स्तर पर सुखिर्यों में लाकर खड़ा किया है।
शनिवार को दिए गए इस भाषण के दो दिन बाद भी अमेरिकी राष्ट्रीय मीडिया में उनके प्रभावशाली भाषण के चर्चे हैं और उनके कटु आलोचक तक खुद को यह कहने से नहीं रोक पा रहे हैं कि उनका भाषण राष्ट्रपति बराक ओबामा से कहीं अधिक बेहतर था जो उनके साथ उसी मंच पर थे। द वाशिंगटन पोस्ट ने एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए कल अपनी वेबसाइट पर 41 वर्षीय जिंदल का पूरा भाषण पोस्ट किया।
द शिकागो सन टाइम्स ने लिखा है, ‘‘जिंदल बिग हिट एट गिरिडिरोन क्लब एंड फाउंडेशन डिनर।’’ दैनिक ने लिखा है, ‘‘ओबामा हालांकि काफी शांत नजर आ रहे थे और इसी पर जिंदल ने चुटकी ली, वह इस बात को लेकर चिंतित हैं कि मैं उन्हें फिर से अस्थिर कर दूंगा जैसा कि कुछ साल पहले स्टेट आफ यूनियन में किया था।’’ जिंदल को वर्ष 2016 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में संभावित और प्रभावशाली उम्मीदवार के तौर पर देखा जा रहा है और जिंदल ने इस मौके को हाथ से कतई नहीं जाने दिया।’’ यहां तक कि ट्विटर पर भी जिंदल के प्रभावशाली भाषण के चर्चे हैं।
वर्ष 1885 में स्थापित गिरिडिरोन क्लब एंड फाउंडेशन वाशिंगटन डीसी में सर्वाधिक प्रतिष्ठित और सबसे पुराना पत्रकार संगठन है। इसके 65 सक्रिय सदस्य हैं जो प्रमुख समाचारपत्रों, समाचार एजेंसियों, समाचार पत्रिकाओं और प्रसारण तंत्र के प्रतिनिधि हैं।
ओबामा ने जिंदल के पूरे भाषण का आनंद लिया और उन्हें रात्रिभोज में दिल खोलकर हंसते भी देखा गया। रात्रिभोज में 600 से अधिक लोगों ने शिरकत की। ओबामा ने जिंदल के भाषण को शानदार बताया। जिंदल ने अपने भाषण के दौरान खुद का भी उपहास किया और जनवरी 2009 के अपने भाषण का उल्लेख किया जब उन्हें ओबामा के पहले राष्ट्र के नाम संबोधन में रिपब्लिकन की ओर से जवाबी भाषण देने की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी।
उन्होंने अपने पिछले भाषण के बाद के घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि मेरे पिता ने भी उस भाषण की आलोचना की लेकिन आज बहुत अंतर आ गया है। अब कुछ लोग मुझसे पूछ रहे हैं कि क्या मैं वर्ष 2016 में राष्ट्रपति चुनाव लडूंगा। (एजेंसी)

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