छत्तीसगढ़ चुनाव 2018: चुनावी रणभूमि बना बिल्हा, बीजेपी-कांग्रेस में बड़ा संघर्ष
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छत्तीसगढ़ चुनाव 2018: चुनावी रणभूमि बना बिल्हा, बीजेपी-कांग्रेस में बड़ा संघर्ष

राजनीतिक इतिहास की बात करें तो बिल्हा विधानसभा सीट कभी सवर्ण वर्ग के प्रभाव वाली सीट बनकर उभर आती है तो कभी कुर्मी समाज का दबदबा इस सीट पर देखा जा सकता है

फाइल फोटो

बिलासपुरः रायपुर और बिलासपुर के बीच 30 किलोमीटर में फैली बिल्हा विधानसभा सीट प्रदेश की एक मात्र ऐसी विधानसभा सीट है जो दो जिलों के नक्शे में शामिल है. छत्तीसगढ़ की इस विधानसभा सीट का आधा हिस्सा मुंगेली तो आधा बिलासपुर में आता है. राजनीतिक इतिहास की बात करें तो बिल्हा विधानसभा सीट कभी सवर्ण वर्ग के प्रभाव वाली सीट बनकर उभर आती है तो कभी कुर्मी समाज का दबदबा इस सीट पर देखा जा सकता है. इस सीट पर पिछले तीन विधानसभा चुनावों से भाजपा के धरमलाल कौशिक और सियाराम कौशिक में बराबर की टक्कर देखने को मिल रही है. कभी यह सीट कांग्रेस तो कभी भाजपा के पाले आ जाती है.

2003 विधानसभा चुनाव नतीजे
2003 के चुनावों की बात करें तो कांग्रेस ने भाजपा के धरमलाल कौशिक के खिलाफ सियाराम कौशिक को उतारा. जिसमें सियाराम कौशिक ने 7 हजार से भी अधिक वोटों के अंतर से धरमलाल कौशिक को मात दी. 

2008 विधानसभा चुनाव नतीजे
वहीं 2008 के चुनावों में 2003 की हार का बदला लेते हुए धरमलाल कौशिक ने कांग्रेस प्रत्याशी सियाराम कौशिक को करीब 6 हजार वोटों के अंतर से हराया. 

2013 विधानसभा चुनाव नतीजे
बात करें 2013 के विधानसभा चुनाव की तो 2013 में सियाराम कौशिक ने फिर जीतने के लिए जोर आजमाइश की. जिसमें सियाराम कौशिक को 83,598 वोट मिले तो धरमलाल कौशिक को केवल 72630 वोटों से ही संतोष करना पड़ा.

2013 छत्तीसगढ़ चुनाव नतीजे...
बता दें छत्तीसगढ़ में कुल 90 विधानसभा सीटें हैं. राज्य में कुल 11 लोकसभा सीटें और 5 राज्य सभा सीटें हैं. राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से 51 सामान्य, 10 एससी और 29 सीटें एसटी के लिए आरक्षित हैं. 2013 में हुए विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को लगातार तीसरी बार मात देते हुए सरकार बनाई थी. 2013 में सीएम रमन सिंह की अगुवाई में हुए चुनाव में भाजपा ने कुल 49 सीटों पर जीत दर्ज कराई थी. बता दें छत्तीसगढ़ में इस बार भी कांग्रेस और भाजपा के बीच ही मुकाबला बताया जा रहा है. 2013 में भी कांग्रेस ने कुल 39 सीटों पर जीत पाई थी और 2 सीटों पर अन्य को जीत मिली थी. बता दें रमन सिंह पिछले 15 सालों से राज्य के मुख्यमंत्री हैं.

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