Assembly Election 2023 Dantewada District Analysis: पिछले विधानसभा चुनाव में दंतेवाड़ा में बीजेपी ने 2018 में एकमात्र सीट जीती, लेकिन बीजेपी विधायक भीमा मंडावी के दुर्भाग्यपूर्ण निधन के बाद उपचुनाव में कांग्रेस जीत गई. इसलिए वर्तमान ये सीट कांगेस के पास है.
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CG Assembly Election 2023 Dantewada District Analysis: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को यहां की एकमात्र सीट पर जीत मिली थी. हालांकि, भाजपा विधायक भीमा मंडावी की हत्या के बाद यहां हुए उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार देवती कर्मा ने जीत हासिल की थी. जिले में हुए उपचुनावों सहित पिछले पांच चुनावों में, कांग्रेस तीन बार विजयी हुई है, जबकि भाजपा दो बार जीती है तो आइए समझते हैं जिले की सभी सीटों का समीकरण...
दंतेवाड़ा जिले की वर्तमान स्थिति
विधानसभा सीट आरक्षण वर्तमान विधायक मुख्य प्रतिद्वंद्वी
दंतेवाड़ा (ST) देवती कर्मा ओजस्वी मंडावी
दंतेवाड़ा जिले के 2018 चुनाव वोट शेयर
दंतेवाड़ा जिले की सीटों के मतदाताओं की संख्या
दंतेवाड़ा उपचुनाव परिणाम
विजेता: देवती कर्मा (INC)
मुख्य प्रतिद्वंदी: ओजस्वी मंडावी (BJP)
जीत का अंतर : 11,000 वोट
2018 विधानसभा चुनाव
दंतेवाड़ा विधानसभा सीट
विजेता: भीमा मंडावी (BJP)
प्राप्त वोट: 37,990
मुख्य प्रतिद्वंदी: देवती कर्मा (INC)
प्राप्त वोट: 35,818
वोटों का अंतर : 2,172
2013 विधानसभा चुनाव
दंतेवाड़ा विधानसभा सीट
विजेता: देवती वर्मा (INC)
प्राप्त वोट: 41,417
मुख्य प्रतिद्वंदी: भीमाराम मांडवी (BJP)
प्राप्त वोट: 35,430
वोटों का अंतर : 5,987
2008 विधानसभा चुनाव
दंतेवाड़ा विधानसभा सीट
विजेता: भीमाराम मांडवी (BJP)
प्राप्त वोट: 36,813
मुख्य प्रतिद्वंदी: मनीष कुंजम (CPI)
प्राप्त वोट: 24,805
वोटों का अंतर : 12,008 (भीमाराम मांडवी 12,008 वोटों से जीते)
2003 विधानसभा चुनाव
दंतेवाड़ा विधानसभा सीट
विजेता: महेंद्र कर्मा (INC)
प्राप्त वोट: 24,572
मुख्य प्रतिद्वंदी: नंदा राम सूरी (CPI)
प्राप्त वोट: 19,637
वोटों का अंतर : 4,935 (महेंद्र कर्मा 4,935 वोटों से जीते)
कुल मिलाकर अगर छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले की बात करें तो यहां इस वक्त कांग्रेस का विधायक है. बता दें कि 2018 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी भीमा मंडावी ने देवती कर्मा को हराया था, जो कांग्रेस की काफी कद्दावर नेता हैं. खास बात ये थी कि भीमा मंडावी बस्तर में चुनाव जीतने वाले एकमात्र भाजपा उम्मीदवार थे. हालांकि, नकी हत्या नक्सलियों ने कर दी थी. जिसके बाद उपचुनाव में यह सीट कांग्रेस के खाते में गई थी. अब देखते हैं कि आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी दंतेवाड़ा सीट बरकरार रख पाती है या बीजेपी उनसे यह सीट छीन लेती है.