नकली नक्सली बनकर गांवों में कर रहे थे वसूली, पुलिस ने इस तरह धरदबोचा
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नकली नक्सली बनकर गांवों में कर रहे थे वसूली, पुलिस ने इस तरह धरदबोचा

तीनों नकली नक्सली बनकर ग्रामीणों से वसूली करते थे. 

पुलिस ने नकली नक्सलियों की गैंग पकड़ी

बलरामपुर/शैलेंद्र सिंह. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले के ग्रामीण अंचल में नक्सलियों का खौफ रहता है. ग्रामीण लोगों में नक्सलियों का भय बना रहता है. जिसके चलते छत्तीसगढ़ में नकली नक्सली बनकर ग्रामीणों से वसूली करने का मामला सामने आया है, पुलिस ने तीन ऐसे युवकों को गिरफ्तार किया है जो नकली नक्सली बनकर ग्रामीणों से पैसे ले रहे थे. 

इस जिले में पकड़े नकली नक्सली 
दरअसल, मामला छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले का बताया जा रहा है, बलरामपुर जिले की कुसमी पुलिस ने नक्सली होने की धमकी देकर पैसा वसूलने वाले गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपी सरपंच सचिव और ठेकेदारों को हथियार दिखाकर पैसे की मांग करते थे. जिसकी जानकारी पुलिस को कुछ दिनों से मिल रही थी. जिसके बाद पुलिस एक्टिव हो गई.  

पुलिस ने इस तरह आरोपियों को पकड़ा 
पुलिस ने बताया कि कुसमी थाना क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में इनका आतंक पिछले कुछ महीनों से जारी था. पुलिस को जैसे ही सूचना मिली कि कुछ लोग नकली नक्सली बनकर वसूली कर रहे हैं. जिसके बाद पुलिस ने इलाके में मुखबिर एक्टिव किए, कुछ दिन बाद पुलिस को मुखबिर से जानकारी मिली की तीन लोग नकली नकसली बनकर गांव में वसूली करने आने वाले हैं, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेकर आरोपियों को पकड़ने के लिए टीम का गठन किया. 

तीनों ने गांव में पहुंचकर ग्रामीणों से वसूली शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस ने तीनों को धरदबोचा. पूछताछ के बाद पुलिस ने बताया कि तीनों शातिर आरोपी हैं और कई मामलों में पहले भी जेल जा चुके हैं. पुलिस ने आरोपियों के पास से दो मोटरसाइकिल, मोबाइल, हथियार और नक्सली पर्चें बरामद किए हैं. 

सरपंच, सचिव और ठेकेदारों को भी बनाते थे निशाना 
पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी राजेश सोनवानी, चंदर राम और अमर कुशवाहा पैसा वसूलने के लिए नक्सली संगठन पार्टी का आदमी बताकर सरपंच सचिव ठेकेदारों को धमकाते थे. इतना ही नहीं पैसा नहीं देने पर उन्हें वह जान से मारने की धमकी भी देते थे. जिसके बाद कई गांवों में इनका खौफ इस कदर बढ़ गया था कि लोग इनसे डरने लगे थे. पुलिस ने बताया कि इन आरोपियों को पकड़ पाना एक चुनौती था. पुलिस ने तीन-चार दिन लगातार पुलिस गस्त करके और मुखबिर बना कर इन्हें पकड़ने में सफलता हासिल की है. 

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