Arms Supplier Arrested: पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए मध्य प्रदेश के बड़वानी में लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू गिरोह के लिए हथियार सप्लायर राजवीर सिंह चावला को गिरफ्तार किया है. चावला फर्जी फेसबुक आईडी और व्हाट्सएप कॉल का इस्तेमाल कर अवैध पिस्तौल बनाता और बेचता था.
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Lawrence Bishnoi Shooters Supplier Arrested: लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू गैंग के शूटरों से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. मध्यप्रदेश के बड़वानी से पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू गैंग के शूटरों को हथियार सप्लायर राजवीर सिंह चावला को गिरफ्तार किया है. चावला खुद पिस्टल बनाकर उनकी अवैध रूप से खरीदी-बिक्री करता था. वह अपनी फर्जी फेसबुक आईडी और व्हॉट्सएप कॉलिंग का इस्तेमाल करके यह काम करता था. पुलिस ने बताया कि चावला ने 35 हजार रुपये में शूटर रोहित स्वर्णकार को पिस्टल बेची थी.
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जानिए पूरा मामला?
लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू गैंग के शूटरों को हथियार सप्लाई करने वाले हथियार सप्लायर को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी राजवीर सिंह चावला को मध्य प्रदेश के बड़वानी से गिरफ्तार किया गया है. लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू गैंग से जुड़े 4 आरोपी पहले भी गिरफ्तार हो चुके हैं. आरोपी राजवीर सिंह चावला खुद पिस्टल बनाता था और उन्हें अवैध तरीके से खरीद-बेचता था. पिस्टल खरीदने-बेचने के लिए आरोपी अपनी फर्जी फेसबुक आईडी मोंटू सिंह का इस्तेमाल करता था. आरोपी व्हाट्सएप कॉलिंग के जरिए पिस्टल खरीद-बेचता था. आरोपी व्हाट्सएप कॉलिंग के लिए पुर्तगाल और अजरबैजान देशों के व्हाट्सएप नंबरों का इस्तेमाल करता था. आरोपी ने शूटर रोहित स्वर्णकार को 35 हजार रुपये में पिस्टल उपलब्ध कराई थी.
हथियार कैसे खरीदे और बेचे गए?
पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी राजवीर सिंह चावला ने अवैध रूप से पिस्तौल बनाने और उसके धंधे में शामिल होने की बात स्वीकार की. आरोपी ने खुलासा किया कि कुछ दिन पहले मयंक सिंह फेसबुक के जरिए उससे संपर्क में आया था. मयंक ने उसे कहा था कि रोहित नाम का एक व्यक्ति पिस्तौल लेने आएगा. जब रोहित आया और पैसे दिए तो चावला ने उसे पिस्तौल दे दी.
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बता दें कि इस मामले में गिरफ्तार हुए कारोबारियों को निशाना बनाने आए शूटर्स पूछताछ के लिए आठ दिन की पुलिस रिमांड पर थे. रिमांड का पीरियड समाप्त होने के बाद उन्हें पिछले रविवार को कोर्ट में पेश किया गया था. इसके बाद कोर्ट ने आरोपी पप्पू सिंह, रोहित स्वर्णकार, मुकेश कुमार और देवेंद्र सिंह को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया था. ये संदिग्ध कथित तौर पर मलेशिया स्थित मास्टरमाइंड मयंक सिंह की डायरेक्शन में काम कर रहे थे, जिसका संबंध लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू की गैंग से है.
रिपोर्ट: सत्य प्रकाश (रायपुर)