हमीदिया अस्पताल Power Cut मामले में शिवराज सख्त, दोषियों के खिलाफ दिए कार्रवाई के निर्देश
मुख्यमंत्री ने इस मामले में शनिवार शाम तक जांच रिपोर्ट तलब की है. उन्होंने सख्त लहजे में कहा है कि इस तरह की अक्षम्य लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. अस्पताल प्रबंधन की ओर से बरती गई इस गंभीर लापरवाही के कारण तीन मरीजों की मौत हो गई.
भोपालः भोपाल के हमीदिया अस्पताल में बरती गई लापरवाही को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सख्त हो गए हैं. उन्होंने भोपाल के डिविजनल कमिश्नर कवींद्र कियावत को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने इस मामले में शनिवार शाम तक जांच रिपोर्ट तलब की है. उन्होंने सख्त लहजे में कहा है कि इस तरह की अक्षम्य लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. अस्पताल प्रबंधन की ओर से बरती गई इस गंभीर लापरवाही के कारण तीन मरीजों की मौत हो गई.
डीन को नोटिस, PWD इंजीनियर सस्पेंड
वहीं चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने हमीदिया अस्पताल में हुई घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसे बड़ी लापरवाही करार दिया है. आपको बता दें कि हमीदिया अस्पताल के कोरोना वार्ड में शुक्रवार शाम 5:58 बजे पर लाइट चली गई. वहां बैकअप के इंतजाम थे, मेंटेनेंस के भी निर्देश दिए गए थे, लेकिन जनरेटर 10 मिनट बाद बंद हो गया था. क्योंकि उसमें डीजल नहीं था. जबकि हर रोज 20 लीटर डीजल की व्यवस्था की जाती है. सारंग ने बताया कि इस मामले में तत्काल प्रभाव से पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर को निलंबित कर दिया गया है. डीन को नोटिस दिया गया है.
बिजली गई तो जनरेटर में डीजल नहीं था
हालांकि हमीदिया अस्पताल प्रबंधन की ओर से मामले में अपना बचाव करते हुए मरीजों की मौत का कारण बिजली सप्लाई को बाधित होना नहीं बताया गया है. बता दें कि शुक्रवार शाम हमीदिया अस्पताल की कोरोना यूनिट की बिजली गुल हो गई. ऐसे में इमरजेंसी बैकअप का सहारा लिया गया. लेकिन 10 मिनट में बैकअप सप्लाई भी बंद हो गई. ऐसे में डेढ़ घंटे से ज्यादा समय तक कोरोना वार्डों की बिजली ठप रही. इससे वार्ड में भर्ती मरीजों की मशीनें बंद हो गई थीं. हाईफ्लो सपोर्ट पर चल रहे दो मरीजों की हालत बिगड़ गई.
कांग्रेस के पूर्व पार्षद अकबर खान की मौत
उनको वेंटिलेटर पर लिया, सीपीआर भी दिया गया, लेकिन कांग्रेस से दो बार पार्षद रहे 67 वर्षीय कोरोना मरीज अकबर खान की रात 10:40 बजे मौत हो गई. दूसरे मरीज की भी हालत खराब है. अकबर के भाई मेहमूद के मुताबिक जनरेटर में डीजल नहीं होने से वह चालू नहीं पाया था. शाम 5:58 बजे बिजली गुल हुई थी, जो डेढ़ घंटे बाद वापस आई. इस दौरान कोरोना वार्डों में कुल 64 मरीज भर्ती थे. इनमें से 11 गंभीर मरीजों को आईसीयू वार्ड में रखा गया था.
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