कांग्रेस विधायक सुंदरलाल तिवारी ने संघ को लेकर विवादित टिप्पणी देते हुए संघ को महात्मा गांधी का हत्यारा और आतंकवाद का प्रतीक बताया है.
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नई दिल्ली: विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और बीजेपी के बीच चल रहे आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इसी बीच रीवा से कांग्रेस के विधायक का एक विवादित बयान सामने आया है. कांग्रेस विधायक सुंदरलाल तिवारी ने संघ को लेकर विवादित टिप्पणी देते हुए संघ को महात्मा गांधी का हत्यारा और आतंकवाद का प्रतीक बताया है. रीवा जिले की गुढ़ विधानसभा से कांग्रेस विधायक सुंदरलाल तिवारी ने सोमवार को अपने घर पर एक मीडिया कान्फ्रेंस में बात करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ महात्मा गांधी का हत्यारा है. इसी के साथ सुंदरलाल तिवारी ने कहा कि आरएसएस के किसी भी कार्यक्रम में भारतीय झंडा नहीं लगाया जाता. इससे यह साफ जाहिर है आरएसएस आतंकवाद का प्रतीक है.
कान्फ्रेंस में आगे बोलते हुए सुंदरलाल तिवारी ने कहा कि आरएसएस पूर्ण रूप से राजनीतिक संगठन है. कांग्रेस विधायक ने संघ पर आरोप लगाते हुए कहा कि संगठन सामाजिक घृणा, नफरत धर्म के नाम पर फैला रहा है और प्रदेश सहित देश में एक अराजकता का माहौल पैदा किया जा रहा है. इस मामले पर अभी तक कांग्रेस की तरफ से कोई भी प्रतिक्रिया नहीं आई है.
दफ्तरों में संघ की शाखाएं लगती रहेंगी और कर्मचारी हिस्सा भी लेंगे: CM शिवराज का कांग्रेस को जवाब
RSS is the organization that killed Mahatma Gandhi. They’re creating an environment of hatred in the country on religious lines. They never hoisted the Indian flag; they’re the symbol of terrorism: Sunderlal Tiwari, Congress MLA from Madhya Pradesh's Rewa pic.twitter.com/AZu0YrlQdM
— ANI (@ANI) November 13, 2018
RSS पर प्रतिबंध लगाने की बात नहीं कही: कमलनाथ
बता दें कि कांग्रेस के वचन पत्र में आरएसएस की शाखाओं में सरकारी कर्मचारियों के जाने पर प्रतिबंध लगाने संबंधी वादा किया गया है. इस मुद्दे पर सफाई देते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ ने सोमवार को कहा कि प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए दो दिन पहले जारी अपने ‘वचन पत्र’ में पार्टी ने, या उन्होंने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की बात नहीं कही और न ही इस तरह की उनकी कोई मंशा है. कमलनाथ ने कहा कि भाजपा जानबूझकर इस तरह के मुद्दों को हवा देकर जनता को भ्रमित करना चाहती है, ताकि हमारे ‘वचन पत्र’ के जनहितैषी मुद्दों से ध्यान भटकाया जा सके.