शैलेंद्र सिंह/बिलासपुर: लॉकडाउन के बीच सरकार ने निजी अस्पताल और नर्सिंग होम को ओपीडी खोलने के दिशा निर्देश जारी किए हैं, लेकिन बिलासपुर में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) और हॉस्पिटल बोर्ड के पदाधिकारी इसका विरोध कर रहे हैं. स्वास्थ्य संचालक के साथ बैठक में भी उन्होंने OPD खोलने से इनकार कर दिया.


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'मौजूदा हालात में नहीं खोलेंगे OPD'
स्वास्थ्य संचालक नीरज बंसोड़ और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के साथ बैठक में आईएमए के पदाधिकारी और डाक्टरों ने अपना पक्ष रखा. आईएमए प्रतिनिधिमंडल ने स्पष्ट कर दिया कि मौजूदा हालात में ओपीडी नहीं खोलेंगे. आईएमए छत्तीसगढ़ के सचिव डॉ. प्रभात श्रीवास्तव का कहना है कि आईएमए ने आपातकालीन सेवाओं से इनकार नहीं किया है, वे जारी हैं.


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OPD खुलने से बढ़ेगा संक्रमण का खतरा


पदाधिकारियों ने ओपीडी ना खोलने के पीछे तर्क दिया कि अगर ओपीडी खुलेगी तो भीड़ बढ़ेगी, मरीजों के साथ-साथ उनके अटेंडर भी आएंगे, हो सकता है उनमें कोई कोरोना संक्रमित हो, इससे डॉक्टर, स्टॉफ और आने वाले मरीजों को भी खतरा होगा.


डॉक्टरों ने अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि मरीजों की जांच के समय जरूरी सुरक्षात्मक उपकरण जैसे मास्क और पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट (पीपीई) किट भी नहीं है. सरकार जल्द से जल्द ये इंतजाम करवाए.


'मरीजों की समस्या का निकलेगा हल'
वहीं सामाजिक कार्यकर्ता पंकज सिंह का कहना है कि आईएमए ने रूटीन ओपीडी को लेकर बात रखी है. विभाग ऐसी व्यवस्था बनाने का प्रयास कर रहा है, ताकि मरीजों को कोई भी परेशानी न आए. आपको बता दें कि स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों को इलाज नहीं मिलने का हवाला देते हुए ओपीडी खोलने कहा था.


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