इंदौरः कुछ दिनों पहले ही नगर निगम कर्मचारियों द्वारा बुजुर्गों से अमानवीयता करने के बाद चर्चा में आए इंदौर प्रशासन ने शहर के लिए नया लक्ष्य रखा है. देश में स्वच्छता के मामले में पिछले चार सालों से नंबर एक आने के बाद प्रशासन ने शहर को बेगर मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा. लक्ष्य को पूरा करने के लिए सिटी में 2 करोड़ रुपये की लागत से लगभग 5 हजार भिक्षुओं के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र और पुनर्वास स्थल खोले जाएंगे.


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केंद्र सरकार देगी 8.46 करोड़ रुपये
इंदौर पिछले चार सालों से लगातार सरकार से स्वच्छता में नंबर एक का खिताब पा रहा है. अब सिटी को 5 हजार से ज्यादा भिक्षुओं को ट्रेनिंग देने के लिए केंद्र सरकार 8.46 करोड़ रुपये की राशि प्रदान करेगी. केंद्र सरकार ने सिटी को बेगर फ्री बनाने के लिए 1.5 करोड़ रुपये की पहली किश्त भी जिला प्रशासन के खाते में डाल दी है.


तीन महीने में भिक्षुओं का सर्वे कराएगी निगम
इंदौर नगर निगम अपने लक्ष्यों को पाने के लिए जाना जाता है, फिर चाहे वो सड़क पर सफाई में आड़े आ रहे बेघर बुजुर्ग ही क्यों न हो. लेकिन इस बार उन्होंने भिक्षुओं को प्रशिक्षण देने के साथ ही उन्हें पुनर्वास स्थल तक पहुंचाने का प्लान बनाया है. नगर निगम तीन महीने के अंदर भिक्षुओं का सर्वे कराएगी और उनकी असल संख्या पता करेगी. फिर दो करोड़ रुपये लगाकर भिक्षुक कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र और पुनर्वास स्थल के भवन तैयार करवाएगी.


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