संस्कृति मंत्री ने कुछ दिनों पहले ही कहा था कि गोबर के कंडों से हवन करने पर 12 घंटों के लिए कोरोना वातावरण से दूर रहता है. उन्होंने इस हवन का तरीका भी बताया था.
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बड़वानीः मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में रहने वाली पर्यटन, संस्कृति एवं अध्यात्म विकास मंत्री उषा ठाकुर (Minister of Tourism, Culture and Spirituality) एक बार फिर चर्चा में हैं. पिछले दिनों उन्होंने कहा था कि गोबर के कंडों के इस्तेमाल से कोरोना दूर होगा. अब इस बार फिर उन्होंने बयान देते हुए भोपाल (Bhopal) से बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह (BJP MP Sadhvi Pragya Singh Thakur) के गोमूत्र से कोरोना ठीक करने वाले कथन का समर्थन किया.
बड़वानी गई थीं संस्कृति मंत्री
राज्य की संस्कृति मंत्री इन दिनों कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग के काम को परखने के लिए बड़वानी जिला पहुंची थीं. यहां उन्होंने भोपाल से बीजेपी सासंद प्रज्ञा सिंह ठाकुर का समर्थन किया. बीजेपी सांसद ने कुछ समय पहले कहा था कि गोमूत्र पीने से कोरोना छू भी नहीं सकेगा, वो खुद भी प्रतिदिन इसका सेवन करती हैं. इसी पर संस्कृति मंत्री ने दावा किया कि गाय के मूत्र से कई तरह के लाभ मिलते हैं.
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कैंसर के मरीज होते हैं ठीक
मंत्री ने कहा कि उन्होंने कई कैंसर पीड़ित मरीजों को गोमूत्र के सेवन से ठीक होते देखा है. देसी गाय कितने तरह की होती हैं, उन्होंने इस बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि जिनकी आस्था होती है, उन पर ही गोमूत्र का असर होगा.
कालाबाजारी नहीं नर पिशाच हैं आरोपी
कोरोना काल में वैक्सीन की कालाबाजारी भी जारी है, ऐसा काम करने वाले आरोपियों को लेकर उन्होंने कहा कि ये नर पिशाच हैं. ऐसे लोगों को फांसी दे देना चाहिए, जब सम्पूर्ण मानव संपदा संकट में है, ऐसे समय में भी कोई रेमडेसिविर की कालाबाजारी कैसे कर सकता. वैक्सीन के भ्रम को लेकर उन्होंने कहा कि हर बीजेपी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को इस बारे में समझाइश दे रहा है, लेकिन विपक्षी दल वैक्सीन की अफवाह फैलाने में लगा है.
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ऑक्सीजन पार्क की तारीफ की
संस्कृति मंत्री बड़वानी जिले के एकदिवसीय दौरे पर थीं, यहां वह अंजड़ के रेवा फ्लोर टिशु कल्चर पहुंचीं. साथ ही वह बोरलाय के पास भी गईं, यहां सुखी पहाड़ी को हरा भरा बनाकर ऑक्सीजन पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा है. जल्द ही तैयार होने वाले इस ऑक्सीजन पार्क के लिए उन्होंने प्रशासन की तारीफ भी की.
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